एक अनाथ बच्चा अपनी जमीन पर किए गए अवैध कब्जे को हटाने के लिए मदद मांगने थानाध्यक्ष के पास गया तो थानाध्यक्ष ने बच्चे से रिश्वत की मांग कर दी। थानाध्यक्ष ने मदद से पहले ‘चढ़ावे’ के लिये इतनी मांग कर दी कि वह उसके वश की नही थी। थानाध्यक्ष की घूस को पूरा करने के लिये, मजबूरी मे बच्चे ने रिश्वत देने के लिए भीख मांगी।
यह घटना सुशासन बाबू और बीजेपी के गठबंधन से चल रही बिहार सरकार की तस्वीर पेश कर रही है। यह मामला , बिहार के वैशाली जिले के कटहरा ओपी के चेहराकलां गांव का है। यहां के निवासी विवेक कुमार ने कलेक्ट्रेट कैंपस में कटहरा ओपी अध्यक्ष को दस हजार रुपये घूस में देने के लिए भिक्षाटन किया।
विवेक का आरोप है कि उसकी जमीन पर कुछ लोग जबरन कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं तथा इसकी शिकायत करने पर कटहरा ओपी अध्यक्ष राकेश रंजन ने उससे दस हजार रुपये रिश्वत की मांग की। जानकारी होते ही प्रभारी डीएम सर्वनारायण यादव ने बड़ा कदम उठाया। उन्होने अनाथ बच्चे से सारी जानकारी ली और फिर महुआ के एसडीपीओ को बच्चे की जमीन से तुरंतअवैध कब्जा हटवाने के आदेश दिये।