शिवपाल सिंह के मोर्चा बनाने का अखिलेश यादव पर पड़ा ये चमत्कारी प्रभाव….
September 5, 2018
लखनऊ, शिवपाल यादव ने समाजवादी सेक्युलर मोर्चे की घोषणा के बाद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर ये चमत्कारी प्रभाव पड़ा है.
शिवपाल यादव के समाजवादी सेक्युलर मोर्चा बनाने के बाद अब अखिलेश यादव पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को चुस्त-दुरुस्त करने लगे हैं. इसी क्रम में अखिलेश ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और संगठन के पदाधिकारियों से मीटिंग भी की है. सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि अखिलेश यादव पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से लगातार बैठक कर रहे हैं. प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर वरिष्ठ नेताओं के साथ उनकी कई बैठकें भी हो चुकी हैं. इतना ही नहीं उन्होंने मंगलवार से विश्वविद्यालय छात्र जागरूकता अभियान की भी शुरुआत की और आज अखिलेश यादव यूथ ब्रिगेड के साथ बैठक कर की है.
लंबे समय तक उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को शिवपाल सिंह यादव ने मजबूती प्रदान करने में अहम भूमिका निभाई है. यह भी कहा जाता है कि आज भी संगठन में पुराने सपाई मुलायम और शिवपाल की काफी इज्जत करते हैं. अब जब शिवपाल ने समाजवादी पार्टी में उपेक्षित और हाशिए पर ढकेले गए नेताओं को अपने मोर्चे से जोड़ने का ऐलान कर दिया है तो अखिलेश के सामने चुनौती भी खड़ी हो गई है.
सूत्रों के अनुसार शिवपाल सिंह के मोर्चे के साथ कुछ सीनियर नेता जुड़ सकते हैं. इसकी शुरुआत भी उसी दिन हो गई जब मोर्चे के ऐलान के बाद ही समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में शामिल रहे डुमरियागंज के पूर्व विधायक मलिक कमाल यूसुफ बसपा छोड़ शिवपाल यादव के साथ हो गए हैं. मंत्री रह चुके यूसुफ सपा में रहते हुए शिवपाल यादव के काफी करीब थे.