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आईआईटी कानपुर के फैक्लिटी और छात्रों की पहल की केन्द्रीय मंत्री ने की सराहना

कानपुर ,  केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डा रमेश पोखरियाल निशंक ने कोविड-19 का मुकाबला करने के लिये भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर के फैक्लिटी और छात्रों की पहल की सराहना की है।

डा पोखरियाल ने शनिवार को ट्वीट कर कहा “ “कड़ी मेहनत करने वाले आईआईटी कानपुर के संकाय और छात्र कोरोनो वायरस के खिलाफ लड़ाई में मदद करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दे रहे हैं। हम देश को कोविड 19 से लड़ने में मदद करने के उनके प्रयासों की सराहना करते हैं। ” उन्होंने इस वायरस के खिलाफ लड़ाई में आईआईटी कानपुर द्वारा किए गए विभिन्न शोध पहलों का उल्लेख करते हुए एक वीडियो भी साझा किया है।

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इस बारे में आईआईटी कानपुर के निदेशक, प्रो अभय करंदीकर ने कहा, “मैं केंद्रीय मंत्री मानव संसाधन विकास, श्री रमेश पोखरियाल और मंत्रालय को उनके समर्थन के लिए और आईआईटी कानपुर टीम को इतने कम समय में यह सब करने के लिए असाधारण प्रयास करने के लिए धन्यवाद देना चाहूंगा।”

संस्थान के आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद से ही आईआईटी कानपुर के शोधकर्ता वायरस के प्रसार से निपटने के लिए अलग-अलग तरीकों को विकसित करने के काम पर कड़ी मेहनत कर रहे है। स्वास्थ्य कर्मियों के लिए सुरक्षात्मक गियर से लेकर दिहाड़ी मजदूरों की मदद करने के लिए संस्थान इस समय कोविड-19 के खिलाफ देश की सामूहिक लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान देने में सक्षम है।

कोविड-19 के रोगियों के लिए गैर-इनवेसिव वेंटिलेटर विकसित करने के लिए आईआईटी कानपुर और नोका रोबोटिक्स द्वारा की गई एक पहल का स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एनसेस और विभिन्न एंजेल निवेशकों द्वारा आर्थिक और तकनीकी रूप से समर्थन किया गया है। इसका नेतृत्व बायोसाइंसेस एंड बायोइंजीनियरिंग विभाग के प्रो अमिताभ बंदोपाध्याय द्वारा किया गया। यह पहल बहुत जल्द अस्पतालों में पोर्टेबल वेंटिलेटर उपलब्ध कराने की योजना है, ताकि गंभीर रोगियों के उपचार में तैनात किया जा सके।

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