Breaking News

कोरोना वायरस की जांच को लेकर, यूपी सरकार ने की बड़ी घोषणा

लखनऊ ,  उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के प्रसार पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिये योगी सरकार सभी जिलों में कोविड-19 की टेस्टिंग सुविधा उपलब्ध कराने के लिये काम करेगी।

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि कोरोना का प्रसार अब 52 जिलों में फैल गया है हालांकि राहत की बात यह है कि इनमें से आठ जिले संक्रमण मुक्त हो चुके है। अब तक इन जिलों से 1176 कोरोना पाजीटिव मरीज मिले है जिनमें 17 की मृत्यु हो चुकी है और 129 स्वस्थ होकर घर जा चुके है। इस प्रकार अब प्रदेश के 44 जिलों में 1030 मामले एक्टिव हैं।

होटल व पर्यटन उद्योग पर हुआ पहला राष्ट्रीय वेबिनार, 60 शोध पत्र प्रस्तुत

उन्होने बताया कि प्रदेश में 15 टेस्टिंग लैब काम कर रही हैं और अब हर रोज दो हजार से ज्यादा नमूनों की जांच की जा रही है। अब तक 31,726 लोगों के सैम्पल टेस्ट किये गये जिसमें से 30,550 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। 1,020 लोगों को आइसोलेशन वार्ड में तथा 10336 लोगों को फैसिलिटी क्वारेंटाइन में रखा गया है।

श्री प्रसाद ने बताया कि लख्रनऊ के लोकबन्धु अस्पताल को एल-2 कैटेगरी में शामिल करने की अधिसूचना जारी कर दी गयी है। कोरोना पाॅजिटिव पाये गये लोगों में 0-20 आयु वर्ग के 19.39 प्रतिशत, 21-40 आयु वर्ग के 48.04 प्रतिशत, 41-60 आयु वर्ग के 24.06 प्रतिशत और 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों की संख्या 8.5 प्रतिशत है। इसमें 78 प्रतिशत पुरूष जबकि 22 प्रतिशत महिलाएं कोरोना पाॅजिटिव पायी गयी है।

अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिये है कि जिन राजकीय मेडिकल काॅलेजों में कोविड-19 के सैम्पल की टेस्टिंग सुविधा उपलब्ध नहीं है वहां टेस्टिंग लैब स्थापित की जाए। राजकीय मेडिकल काॅलेज विहीन मण्डल मुख्यालय के जिला चिकित्सालय में टेस्टिंग लैब स्थापित की जाये।

यूपी में कोरोना संक्रमितों का इलाज कर रहे डॉक्टर की, जानलेवा वायरस से हुई मौत

उन्होने कहा कि पुलिस बल तथा मेडिकल टीम को हर हाल में संक्रमण से सुरक्षित रखा जायेगा। पुलिस कर्मी सुरक्षा के उपकरण लगाकर ही ड्यूटी पर ही निकलेंगे जिसमें मास्क, दस्ताने तथा शील्ड जरूरी है। कोविड-19 के रोगियों के उपचार में लगे डाॅक्टरों तथा अन्य चिकित्सा कर्मियों को प्रत्येक दशा में संक्रमण से बचाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जायेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा है कि चिकित्सा कर्मियों के कोविड नियंत्रण प्रशिक्षण एवं अस्पतालों में संक्रमण से सुरक्षा के सभी उपाय करते हुए इमरजेन्सी सेवाओं का संचालन प्रारम्भ किया जाए। मास्टर ट्रेनर्स के माध्यम से आम जनता को भी उपचार की प्राथमिक विधि के बारे में प्रशिक्षित करने के लिए एक कार्य योजना तैयार की जाए।

उन्होने कहा कि 10 या उससे अधिक कोरोना पाॅजिटिव केसेज वाले जिलों में लाॅक डाउन व्यवस्था को पूरी तरह जारी रखने के निर्देश दिए गये हैं। कोविड-19 के संक्रमण को नियन्त्रित करने के लिए लाॅक डाउन के नियमों तथा सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन करने को कहा गया है।

भारत का यह स्टार बल्लेबाज अपना क्रिकेट का सामान करेगा नीलाम