विराट कोहली ने किया खुलासा, निराशा से ऊबरकर कैसे संवारा अपना करियर
April 4, 2020
नयी दिल्ली, दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज और रन मशीन भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने खुलासा किया है कि 2014 के इंग्लैंड दौरे की नाकामी ने उन्हें पूरी तरह से तोड़ दिया था लेकिन उन्होंने इस निराशा से ऊबरकर अपने करियर को संवारा।
विराट ने गुरुवार को इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन के साथ इंस्टाग्राम बातचीत में यह खुलासा किया। विराट ने 2014 के इंग्लैंड दौरे पर पांच टेस्ट मैचों में 134 रन बनाये थे। उन्होंने कहा कि वह दौरा उनके करियर का सबसे खराब दौर था और यह ऐसा इसलिए भी था क्योंकि वह टीम को प्राथमिकता देने की जगह अपने व्यक्तिगत प्रदर्शन को सुधारने में ज्यादा धयान दे रहे थे।
भारतीय कप्तान ने कहा, “2014 का इंग्लैंड दौरा मेरे जीवन का सबसे खराब दौर था। यह एक ऐसा समय था जब आप बतौर बल्लेबाज जानते हैं कि आप असफल होंगे और रन नहीं बना पाएंगे। वह ऐसा समय था जब मुझे लग रहा था कि मैं रन नहीं बना पा रहा हूं। इसके बावजूद अगली सुबह उठकर आपको खेलने जाना है और फिर आउट होना है। यह जानते हुए कि मैं असफल हो जाऊंगा, इसी बात ने मुझे अंदर तक तोड़ दिया था। उसके बाद मैंने खुद से वादा किया कि आगे से मैं ऐसा नहीं होने दूंगा।”
विराट ने कहा, “मैं सभी युवाओं क्रिकेटरों से कहना चाहता हूं कि मैं व्यक्तिगत रूप से अच्छा करने पर केंद्रित था। मैं रन बनाना चाहता था। मुझे इस स्थिति में समझ नहीं आ रहा था कि इस स्थिति में टीम मुझसे क्या कराना चाहती है। मैं इंग्लैंड दौरे में यही सोच रहा था कि अगर मैं यहां अच्छा प्रदर्शन करता हूं तो मैं टेस्ट क्रिकेट में स्थापित हो जाऊंगा और जो भी बाहर चल रहा वह सब बेमतलब है। लेकिन इन सबने मुझे तोड़ दिया और मेरा प्रदर्शन गिरता चला गया और मैं इससे ऊबर नहीं पाया।”
दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज ने कहा कि उन्होंने खुद को उठाया और क्रिकेट के सभी प्रारूपों में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज बने क्योंकि उसके बाद उन्होंने व्यक्तिगत प्रदर्शन से ऊपर उठकर अपनी टीम की जरूरतों को तवज्जो देना शुरू किया।
पीटरसन ने मैच के एक दिन पहले की तैयारियों के दौरान की दिनचर्या पर पूछा, तो विराट ने कहा कि यह केवल एक मानसिक संतुलन की बात होती है और उन्होंने खुद को एक बार फिर ‘आत्म केंद्रित’ होने से चेताया।
शाकाहार अपनाने पर उन्होंने कहा, “ मैं 2018 तक शाकाहारी नहीं था लेकिन जब हम इंग्लैंड दौरे पर पहुंचे तो मैंने टेस्ट सीरीज शुरू होने से ठीक पहले मांस खाना छोड़ दिया। ऐसा मैंने मेडिकल कारणों से किया। वर्ष 2018 में जब हमारी टीम दक्षिण अफ्रीका दौरे पर गयी थी तो मुझे एक टेस्ट मैच के दौरान रीढ़ की हड्डी में दिक्कत हुई जिसके कारण मेरे दाहिने हाथ की छोटी उंगली तक तेज सनसनी हुई और काफी दर्द हुआ और मैं पूरी रात सो नहीं पाया। दर्द बढ़ गया और फिर मुझे टेस्ट कराना पड़ा।”
उन्होंने कहा, “जांच में पता चला कि मेरे पेट में बहुत एसिड बन रहा था, मेरा शरीर बहुत अधिक यूरिक एसिड बना रहा था। इस दौरान मैं भले ही मैं कैल्शियम, मैग्नीशियम सबकुछ ले रहा था लेकिन मेरे शरीर के लिए एक टेबलेट पर्याप्त नहीं था। मेरी हड्डियां कमजोर होने लगी। मैंने अपने शरीर में यूरिक एसिड और एसिडिटी को कम करने के लिए इंग्लैंड दौरे के बीच में मांस खाना पूरी तरह से बंद कर दिया।”
विराट ने कहा, “शाकाहारी बनने के बाद मुझे काफी अच्छा लगने लगा। इससे पहले मैंने अपने जीवन में कभी बेहतर महसूस नहीं किया है। दो साल हो गए हैं और यह मेरे जीवन का सबसे अच्छा फैसला है। अब यदि आप मुझे एक सप्ताह में तीन कठिन मैच खेलने को कहते हैं तो मैं हर खेल में 120 फीसदी योगदान देने के लिये तैयार हूं। मैं एक टेस्ट मैच के बाद एक दिन के भीतर ठीक हो सकता हूं और दूसरे टेस्ट में खेल सकता हूं।”
विराट ने कहा, “मांसाहार छोड़ने के बाद मुझे महसूस हुआ कि मैंने इसे पहले क्यों नहीं छोड़ा। मुझे इसे दो-तीन साल पहले छोड़ देना चाहिए था। इसने मुझे पूरी तरह बदल दिया और मैं पहले से बहुत बेहतर, उत्साहवर्धक और सकारात्मक ऊर्जा से भरा महसूस कर रहा हूं।”
भारतीय कप्तान टी-20 क्रिकेट में सबसे ज्यादा रनों का रिकॉर्ड अपने नाम रखते हैं और उन्होंने टी-20 मैचों में भारत की तरफ से सबसे बेहतरीन पारियां खेली हैं जिसमें 2016 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगाया गया अर्धशतक शामिल है लेकिन जब पीटरसन ने उनसे उनकी सबसे मजेदार पारी के बारे में पूछा तो उन्होंने आईपीएल में खेली गयी एक पारी का जिक्र किया।
उन्होंने कहा, “यह आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ खेली गयी पारी थी। यह कोई 13….14 या 15 ओवर का मैच था और उस मैच में मैंने 12 ओवरों में ही शतक जड़ दिया था। यह मेरे लिये सबसे रोमांचकारी दिनों में से एक था। मैंने ऐसा अनुभव पहले कभी नहीं किया था।”