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आदिवासियों का आंदोलन समाप्त

दंतेवाड़ा,  छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में पहाड़ को बचाने के लिए आंदोलन कर रहे आदिवासियों ने बृहस्पतिवार को धरना समाप्त कर दिया।

आदिवासियों के मुताबिक पहाड़ में उनके इष्ट देवता की पत्नी विराजमान हैं। जिले के सर्व आदिवासी समाज के नेता बल्लूराम भोगामी ने आज यहां बताया कि इस महीने की सात तारीख से क्षेत्र के सैकड़ों आदिवासी बैलाडीला क्षेत्र की पहाड़ी में स्थित डिपोजिट नंबर 13 पर खनन के विरोध में धरने पर थे। आज जिला प्रशासन के आश्वासन के बाद धरना समाप्त कर दिया गया।

भोगामी ने बताया कि आदिवासी समाज का कहना है कि वर्ष 2014 में नियम का पालन नहीं करते हुए फर्जी तरीके से ग्राम सभा आयोजित की गई थी। आदिवासी समाज की मांग है कि इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। उन्होंने बताया जिला प्रशासन ने आंदोलन कर रहे आदिवासी समाज को आश्वासन दिया है कि 15 दिनों के भीतर इस मामले की जांच की जाएगी। जिला प्रशासन के आश्वासन के बाद आंदोलन समाप्त कर दिया गया है।

राज्य के दंतेवाड़ा जिले में बैलाडीला क्षेत्र की पहाड़ी में स्थित डिपोजिट नंबर 13 पर खनन के विरोध में इस महीने की सात तारीख से क्षेत्र के आदिवासी धरने पर थे। आदिवासियों का कहना है कि राष्ट्रीय खनिज विकास निगम ने डिपोजिट नंबर 13 को अडानी समूह को सौंप दिया है। इस पहाड़ी में उनके इष्ट देवता प्राकृतिक गुरु नन्दराज की धर्म पत्नी पिटोरमेटा देवी विराजमान हैं। आदिवासियों के आंदोलन के बाद राज्य सरकार ने बैलाडीला क्षेत्र के डिपाजिट नंबर 13 में खनन गतिविधियों पर रोक लगा दी है।

बीते मंगलवार को बस्तर लोकसभा क्षेत्र के सांसद दीपक बैज और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम के नेतृत्व में बस्तर के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की थी। इस दौरान मुख्यमंत्री बघेल ने कहा था कि क्षेत्र में अवैध रूप से वनों की कटाई की शिकायत की जांच की जाएगी तथा नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधि मंडल को आश्वस्त किया था कि फर्जी ग्राम सभा के आरोप की जांच कराई जाएगी।