मेलबर्न, भारत की शीर्ष महिला टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा रविवार को जब आस्ट्रेलियन ओपन के मिश्रित युगल का फाइनल खेलने कोर्ट पर उतरेंगी तो उनका मकसद सातवां ग्रैंड स्लैम खिताब अपने नाम करने की होगी। इस वर्ग के फाइनल में उनके जोड़ीदार क्रोएशिया के इवान डोडिग हैं जिनके साथ सानिया को अपना पहला खिताब जीतना बाकी है। सेमीफाइनल में सानिया-इवान की जोड़ी ने आस्ट्रेलिया की समांथा स्टोसुर और सैम ग्रोथ की जोड़ी को 6-4, 2-6, 10-5 मात देते हुए फाइनल में प्रवेश किया है। सानिया-इवान की जोड़ी का यह दूसरा ग्रैंड स्लैम फाइनल है। वे इससे पहले पिछले साल फ्रेंच ओपन में लिएंडर पेस और मार्टिना हिंगिस की जोड़ी से मात खा चुके हैं।
यह सानिया का आस्ट्रेलियन ओपन में दूसरा मिश्रित युगल फाइनल है। इससे पहले वह भारत के ही महेश भूपति के साथ 2009 में यह खिताब जीत चुकी हैं। सानिया ने तीन मिश्रित युगल खिताब जीते हैं। उन्होंने इस वर्ग में आखिरी खिताब 2014 में ब्राजील के ब्रूनो सोरेस के साथ अमेरिका ओपन के तौर पर जीता था। सानिया के पास कुल छह ग्रैंड स्लैम खिताब है जिसमें से तीन मिश्रित युगल और तीन महिला युगल के खिताब शामिल हैं। दूसरी वरीय सानिया-इवान की जोड़ी ने अब तक शानदार प्रदर्शन किया है। सेमीफाइनल में आस्ट्रेलियाई जोड़ी ने उन्हें अच्छी प्रतिस्पर्धा दी थी लेकिन सानिया और इवान ने उसे पार कर अपना पहला खिताब जीतने की उम्मीदों को जिंदा रखा।
मैच के बाद सानिया ने कहा था, मैं ठीक सर्विस कर रही हूं। कुछ डबल फॉल्ट हुए लेकिन ऐसा होता है। मेरी और इवान की टीम अच्छी है। हम सकारात्मक रहते हुए लड़ते हैं। जब खराब प्रदर्शन होता है तो हम एक दूसरे के साथ रहते हैं। उन्होंने कहा, हमारा मजबूत पक्ष रिटर्न है। हमें बस इतना मानना था कि हमारे पास मौका है, और हमने ऐसा कर दिखाया। इवान ने मैच के बाद कहा था, सच कहूं तो मैं दवाब में था। उन्होंने कहा, मुझे सानिया के साथ खेलने में मजा आता है। हमारा बीता साल भी अच्छा रहा था और इस साल फाइनल में पहुंचना हमारे लिए अच्छी बात है। दुर्भाग्यवश हमें हमेशा सुपर टाई ब्रेक खेलने पड़ते हैं लेकिन अगर आप जीतते हो तो इसमें मजा आता है।