नई दिल्ली, सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया के खिलाफ पिछले साल दिसंबर में यात्रियों की सबसे ज्यादा शिकायत दर्ज की गयी। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार पिछले महीने एयर इंडिया के खिलाफ प्रति एक लाख यात्री 29 शिकायतें दर्ज की गयीं। इसके बाद जेट एयरवेज तथा जेट लाइट के खिलाफ 13 शिकायतें प्रति एक लाख यात्री दर्ज की गयीं।
ट्रूजेट के खिलाफ भी 13 शिकायतें प्रति एक लाख यात्री दर्ज की गयी जबकि एयर कोस्टा के खिलाफ यह औसत 10, गो एयर के खिलाफ नौ, स्पाइस जेट के खिलाफ सात, एयर एशिया के खिलाफ छह, इंडिगो के खिलाफ तीन तथा विस्तारा के खिलाफ एक रहा। कुल मिलाकर घरेलू विमानन क्षेत्र में दिसंबर में प्रति एक लाख यात्री नौ शिकायतें दर्ज की गयीं। कुल शिकायतों में 28.9 प्रतिशत फ्लाइट की समस्याओं को लेकर, 24.6 प्रतिशत ग्राहक सेवा के संबंध में तथा 23.8 प्रतिशत बैगेज के संदर्भ में दर्ज की गयीं।
अन्य में सबसे ज्यादा नौ प्रतिशत शिकायतें कर्मचारियों के व्यवहार तथा 5.8 प्रतिशत रिफंड को लेकर रहीं। किराये को लेकर 2.4 प्रतिशत शिकायतें मिलीं। दिसंबर में टिकट रद्द कराने का औसत 2.18 प्रतिशत रहा। एयर कोस्टा के 13.65 प्रतिशत, एयर कार्निवल के 12.03 प्रतिशत, ट्रूजेट के 5.01 प्रतिशत तथा इंडिगो के 2.83 प्रतिशत टिकट रद्द कराये गये। एयर इंडिया के 1.91 फीसदी तथा जेट एयरवेज के 1.77 फीसदी टिकट रद्द हुये। इस मामले में बेहतर प्रदर्शन करने वालों में एयर एशिया के 0.11 प्रतिशत, विस्तारा के 0.40 प्रतिशत तथा गो एयर के 0.79 प्रतिशत टिकट रद्द कराये गये।