नई दिल्ली, दिल्ली हाई कोर्ट ने रोहिणी के एक आश्रम में बच्चियों और महिलाओं को कथित रूप से बंधक बनाकर रखे जाने के मामले में सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं। CBI से तीन हफ्तों के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। हाईकोर्ट के निर्देश पर मंगलवार देर रात आश्रम की जांच करने पहुंची महिला आयोग और दिल्ली पुलिस की टीम को मिले वीडियो में यह बात सामने आई।
विराट और अनुष्का मिले प्रधानमंत्री से, जानिये पीएम मोदी को क्या दिया ?
भारतीय एनजीओ को, विदेशी आर्थिक सहायता मिलने मे आयी भारी कमी
रोहिणी के विजय विहार एरिया में स्पिरिचुअल यूनिवर्सिटी के नाम से आश्रम चलाने वाला वीरेंद्र देव दीक्षित खुद को कृष्ण बताता था। वह हमेशा महिला शिष्यों के बीच ही रहना पसंद करता था। वीरेंद्र ने 16 हजार महिलाओं के साथ संबंध बनाने का टारगेट रखा था। कोर्ट द्वारा नियुक्त समिति में शामिल पुलिस उपायुक्त (रोहिणी) रजनीश गुप्ता ने बताया कि आश्रम में ज्यादातर नाबालिग बच्चियां थीं और उन्हें जानवरों की तरह रखा गया था।
प्रोफेसर रामगोपाल यादव का, यूपी की बिगड़ी कानून व्यवस्था पर बड़ा हमला
पहले टी-20 क्रिकेट में भारत ने श्रीलंका को हराया, दर्ज की अपनी सबसे बड़ी जीत
रजनीश गुप्ता ने बताया कि जब वे जांच के लिए आश्रम गए तो आश्रम के कुछ कर्मचारियों ने उनके साथ मारपीट की और करीब एक घंटे तक उन्हें बंधक बनाए रखा। उन्होंने कहा कि आश्रम में 100 से ज्यादा लड़कियों को बंधक बनाकर रखा गया है और उनमें से ज्यादातर नाबालिग हैं। अदालत ने आश्रम की जांच करने का आदेश दिया था कि क्या वहां किसी नाबालिग किशोर को भी बंधक बनाकर रखा गया है।
इस अफवाह से यूपी के कई जिलों मे मचा हड़कंप, दलित-मुस्लिम- जाट निशाने पर
अखिलेश यादव ने यूपीकोका को बताया खतरनाक, इसके गुजरात लिंक का किया खुलासा
अदालत ने कहा कि यह ‘बेहद खतरनाक’ है कि भगवान के संबंध में शिक्षा देने के नाम पर बच्चियों और महिलाओं को कथित रूप से गैर-कानूनी तरीके से बंधक बनाकर रखा गया है।जांच दल ने कहा कि आश्रम में बच्चियों को जानवरों की तरह रखा गया था। उन्हें लोहे की सलाखों के पीछे रखा गया था और वह कांटेदार बाड़े से घिरी हुई थीं. यहां तक कि बच्चियों के नहाने के दौरान भी कोई निजता प्राप्त नहीं थी।
आईएएस के हुए बपंर ट्रांसफर, योगी ने बदल दिये कई जिलों के डीएम
उपचुनाव से पहले बड़ा राजनीतिक दांव, सामने आया जयललिता का ये आखिरी विडियो
टीम को मिले वीडियो में सामने आया कि वीरेंद्र खुद को कृष्ण बताता और गोपियों के रूप में लड़कियों को संबंध बनाने के लिए राजी करता था। आश्रम में लड़कियों को पांच दिन तक एक कमरे में बंद रखा जाता था। इसके बाद बाबा का वीडियो दिखाकर उनका ब्रेनवॉश किया जाता था। दिल्ली वुमन कमीशन की प्रेसिडेंट स्वाति जयहिंद ने बताया कि महिलाओं को नशीली दवाएं दी जाती थीं।
मायावती ने यूपीकोका को लेकर किया बड़ा खुलासा….
बहुजन समाज पार्टी के एक और पूर्व MLC, समाजवादी पार्टी में शामिल
हाईकोर्ट में पिटीशन लगाने वाली सीमा शर्मा के मुताबिक, इस आश्रम में नाबालिग बच्चियों को दीक्षा देने की बात कहकर लाया जाता है। बच्चियों के परिवारवाले हर महीने रुपए भी भेजते हैं। पेरेंट्स से 10 रुपए के स्टैम्प पेपर पर उनकी रजामंदी का हलफनामा भरवाया जाता था।
18 साल की होने पर लड़कियों को एक कागज पर सिग्नेचर करने पड़ते थे। इसमें लिखा रहता था कि वे स्वेच्छा से रह रही हैं।
शिवपाल यादव का बड़ा खुलासा, कहा- योगी सरकार ने यह संशोधन भ्रष्टाचार बढ़ाने के लिए किया
सरकार के उत्पीड़न पर, जब सदन मे रोने लगा MLC, तो सभापति रमेश यादव ने लिया बड़ा एक्शन
राजस्थान की एक महिला वीरेंद्र देव के आश्रम में अनुयायी बनकर रह चुकी थी। उसने अपनी चारों बेटियों को भक्ति के लिए छोड़ा था, जिसमें एक नाबालिग है।नाबालिग बच्ची ने मां को बताया कि बाबा ने उसके साथ रेप किया। इस पर महिला और उसके पति ने बाबा पर रेप का केस दर्ज कराया। बाद में पूरा मामला सामने आ गया।
योगी सरकार मे सड़कों की गड्ढामुक्ति के नाम पर हुआ घोटाला – अखिलेश यादव
राहुल गांधी ने गुजरात चुनाव को लेकर दिया चौकाने वाला बयान…..
फाउंडेशन फोर सोशल इम्पावरमेंट नाम के एनजीओ ने आश्रम पर लड़कियों एवं महिलाओं को अवैध रुप से बंधक बनाकर रखने और उन्हें अपने अभिभावकों से नहीं मिलने देने का आरोप लगाया था। एनजीओ ने आश्रम के खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर की। उसने कोर्ट से कहा कि एक दंपति ने पुलिस में बलात्कार की शिकायत दर्ज कराई लेकिन अबतक प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई। उसने एक लड़की को अदालत में पेश कर कहा कि वह किसी तरह आश्रम से बाहर निकल गई। आश्रम में उससे बलात्कार किया गया था।बाबा पर रेप समेत कई धाराओं में 11 मामले दर्ज हैं। पुलिस इन सभी की जांच कर रही है।