मुंबई, बीते कल ही अपना 67 जन्मदिन मना चुके नसीरुद्दीन शाह के बारे मे उनके बेटे ने एक दिलचस्प बात बताई। अपने पापा के बर्थ डे के मौके पर उनके बड़े बेटे इमाद शाह ने बचपन की यादों का खुलासा किया इमाद याद करते हुए कहते हैं- ‘जिस तरह बच्चों को बचपन में खिलौने मिलते थे, हमें पापा (नसीरुद्दीन शाह) से थिएटर की दुनिया मिली। हमने आँखें खुलते ही थिएटर में कदम रख लिया था, और उस वक्त मैं चार-पांच साल का था। हमारे लिए प्लेग्राउंड जैसा ही था थिएटर।’ एक्टिंग के अलावा म्यूजिक में खास दिलचस्पी रखने वाले इमाद बताते हैं, कि चार-पांच साल की उम्र में ही उन्होंने जूलियट सीजर, महात्मा वर्सेज गांधी प्ले में अभिनय कर लिया था, और इसकी वजह नसीरूद्दीन शाह ही थे। नसीर साहब ने बेंजामिन गिलानी के साथ मिलकर एक थिएटर कंपनी भी शुरू की थी। इमाद कहते हैं- ‘बचपन में जब थिएटर में उन्हें नजदीक से काम करते देखता था तो वो काफी डरावना होता था लगता था, कि पापा बेवजह ही इतना क्यों थकाते हैं, लेकिन अब उनकी बात समझ आती है। ये थिएटर की ही देन है, कि नसीरूद्दीन शाह फिल्मों में भी अपने किरदारों से प्रभावित करते हैं। इमाद के मुताबिक, नसीरूद्दीन मानते हैं कि थिएटर वर्कशॉप से टेक्नीकल जानकारी, वॉइस क्लेरिटी, स्क्रिप्ट की परख और किरदारों की समझ बढ़ती है, जो फिल्म या थेयटर में यह बेहद जरूरी है। इमाद ने कहा- वो और मां जमकर काम करते थे। मुझे याद है, जब घर पर नानी (दीना पाठक), मां (रत्ना पाठक) और पापा खूब मस्ती करते थे, लेकिन काम के वक्त वो काफी गंभीर रहते थे। इमाद को अपने पिता की फिल्मों में मकबूल व बॉम्बे बॉयज बेहद पसंद हैं।