नई दिल्ली , केंद्र सरकार इस बार तय समय से पहले आम बजट पेश करने के मूड में दिखाई दे रही है। वहीं कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी पार्टियां केंद्र के इस फैसले का विरोध कर सकती हैं। माना जा रहा है कि इस फैसले से भाजपा को आगामी विधानसभा चुनाव में फायदा हो सकता है, जिसके चलते विपक्ष सरकार के इस फैसले का विरोध कर सकता है। इसके लिए विपक्ष चुनाव आयोग का दरवाजा भी खटखटा सकता है। गौरतलब है कि फरवरी 2017 में उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं।
इन सभी में यूपी और पंजाब का चुनाव भाजपा के लिए काफी मायने रखते हैं। इससे पहले ही केंद्र सरकार ने परंपराओं को तोड़ते हुए 1 फरवरी को आम बजट पेश करने की बात कहकर राजनीतिक पारा चढ़ाने का काम किया है। आमतौर पर हर वर्ष आम बजट फरवरी के अंत में पेश किया जाता है। एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक समय से पहले आम बजट पेश करने का मुद्दा एक बार फिर से केंद्र सरकार और विपक्ष के बीच रार का कारण बन सकता है।
विपक्ष का मानना है कि आम बजट पहले पेश कर सरकार कई तरह की घोषणाएं कर मतदाताओं को लुभाने का काम कर सकती है, जो चुनाव में उनका समीकरण खराब कर सकता है। अखबार की वेबसाइट ने कांग्रेस के एक नेता के हवाले से कहा है कि पार्टी के लिए यह एक मुद्दा जरूर है, हालांकि यह इतना बड़ा भी नहीं है। कांग्रेसी नेता का कहना है कि इस पर पार्टी में चर्चा भी जरूर हुई है। साथ ही जहां कांग्रेस-भाजपा में सीधी टक्कर है वहां केंद्र का फैसला ज्यादा असर डाल सकता है।