लखनऊ, उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने धोखाधड़ी कर रेलवे व एफसीआई समेत अन्य विभागों में फर्जी नियुक्ति पत्र देकर नौकरी दिलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार सदस्यों को आज गोरखपुर से गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ प्रवक्ता ने यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रेलवे एवं अन्य विभागों में धोखा-धड़ी कर फर्जी
नियुक्ति पत्र देकर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के चार सदस्यों गोरखपुर निवासी मनोज कुमार सिंह,
नरेन्द्र शुक्ला, राकेश कुमार पासवान और आजमगढ निवासी नवीन सिंह को आज गोरखपुर कैंट इलाके से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे रेलवे,फूड कारपोरेशन आफ इण्डिया एवं इरीगेशन व वाटर रिर्सोश डिपार्टमेण्ट
ग्रुप सी के फर्जी नियुक्ति पत्रों के अलावा अन्य कागजात बरामद किए। पकड़े गये आरोपियों के कब्जे से 9480 रुपये की नकदी और सात मोबाइल फोन (जिन पर विभिन्न विभागों के नियुक्ति पत्र व्हाटसप के माध्यम से आपस में शेयर किये गये है बरामद किए। इसके अलावा एक कार और 37 पन्ने विभिन्न विभागों के ज्वांइनिग/फर्जी मेडिकल/एप्लीकेशन फार्म आदि मिले।
उन्होंने बताया कि पिछले कई महीनों से वाराणसी, आजमगढ़, बलिया, गोरखपुर, देवरिया,लखनऊ आदि जिलो में सरकारी नौकरियों में फर्जी नियुक्ति करने वाला गैंग द्वारा सीधे-ंउचयसाधे बेरोजगार लोगों को प्रलोभन देकर अपने जाल में फंसाकर नौकरी देने के नाम पर मोटा रकम वसूल कर ठगी कर रहें हैं। इस सूचना को विकसित करने के लिए एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने गोरखपुर इकाई के पुलिस उपाधीक्षक धर्मेश कुमार शाही के निर्देशन में सूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था।
प्रवक्ता ने बताया कि आज सूचना मिली कि रेलवे/इरीगेशन डिपार्टमेण्ड एवं अन्य विभागों मे फर्जी नियुक्ति पत्र देने के सम्बन्ध में कैण्ट थाने दर्ज मामले के आरोपी पैसे लेकर फर्जी नियुक्ति पत्र देने वाले लोग रेल दावा दुर्घटना अधिकरण कार्यालय के सामने अपनी निजी वाहन को सड़क किनारे लगा कर बातचीत कर रहेें है। इस सूचना पर उपनिरीक्षीक आलोक कुमार राय पुलिस बल व रेलवे सुरक्षाबल गोरखपुर क्षेत्र के निरीक्षक नरेन्द्र यादव एवं विवेचक चौकी प्रभारी रेलवे बताये गये स्थान पर पहुंचे और तड़के करीब पौने पांच बजे आवश्यक बल प्रयोग कर कार सवार उपरोक्त आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया ।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तो ने पूछताछ पर बताया कि उनके गैंग के मुखिया वाराणसी निवासी नितेश कुमार और मनोज सिंह है। नितेश व मनोज नौकरी की तलाश कर रहे युवको से बातचीत करके उनको विश्वास दिलाते है हम उनकी सरकारी नौकरी लगवा देंगे इस एवज में वह उनसे सात-आठ लाख रुपये की बात करते हैं तथा उनको विश्वास दिलाने के लिए उनको अपने मोबाइल में फर्जी नियुक्ति पत्र दिखाते हैं दूर के लड़कों को गोरखपुर या अन्य पूर्वांचल के शहरो में बुलाते हैं तो नरेंद्र शुक्ला, राकेश कुमार व नवीन सिंह मिलकर उनका फर्जी मेडिकल आदि कराते हैं तथा लड़कों को यह विश्वास दिलाते हैं कि हम उक्त विभाग में कर्मचारीहैं तथा कई लोगों को नौकरी लगवाये है। गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेजा जा रहा है।