नई दिल्ली, ब्लड बैंक हालाँकि नेशनल एड्स कण्ट्रोल आर्गेनाईजेशन के अधीन है, पर ब्लड बैंक के लाइसेंस फूड एंड ड्रग डिपार्टमेंट द्वारा बनाया जाता है। ब्लड बैंकों का निरीक्षण एक तरफ स्टेट एड्स कण्ट्रोल सोसाइटी के ब्लड सेफ्टी अफसर करते है तो दूसरी तरफ एफडीए के ड्रग इंस्पेक्टर।
देश भर के फार्मासिस्टों के लिए यह अच्छी खबर है क्योंकि जिस तरह मेडिकल स्टोर के लिए ड्रग लाइसेंस में फार्मासिस्ट की अनिवार्यता होती है, ठीक उसी तरह ही ब्लड बैंक के लाइसेंस हेतु फार्मासिस्ट की आवश्यकता को अनिवार्य किया जा रहा हैं। सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कण्ट्रोल आर्गेनाईजेशन ने इस दिशा में प्रयास तेज किये गए हैं। इसके लिए बतौर ड्रग एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट में संशोधन किये जा रहे है।
फार्मासिस्ट एसोसिएशन का नेतृत्व कर रहे एक्टिविस्ट विनय कुमार भारती ने इसे बड़ा कदम बताया है। विनय ने कहा की अबतक ब्लड बैंकों में लैब टेक्निशन और काउंसलर की नियुक्ति होती थी इस एमेंडमेंट के बाद फार्मासिस्टों को रोजगार मिलेगा। विनय कुमार भारती ने ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया डॉ. जी.एन. सिंह से मिलकर इसके लिए का आभार प्रगट किया है।