श्रीनगर, सुरक्षाबलों ने बारामुला के विभिन्न इलाकों में घेराबंदी करते हुए सेना की 46 राजस्थान रायफल्स के शिविर पर हमला करने वाले आतंकियों की धरपकड़ के लिए सघन तलाशी अभियान चला रखा है। बीती रात हुए इस हमले में बीएसएफ की 40वीं वाहिनी का एक जवान शहीद व सेना और बीएसएफ के चार जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे। मुठभेड़ स्थल से एक वायर कटर, एक जीपीएस, एक कंपास और राइफल का एक मैगजीन भी मिला है। आतंकी गुट ने नहीं ली जिम्मेदारी: हालांकि किसी भी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। लेकिन बताया जा रहा है कि यह हमला लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों द्वारा स्थानीय आतंकियों की मदद से किया गया है। शहीद जवान की पहचान नीतिन कुमार के रूप में हुई है। वे उत्तर प्रदेश के निवासी थे। गौरतलब है कि रविवार की रात को साढ़े दस बजे के करीब स्वचालित हथियारों से लैस तीन से चार आतंकियों ने बारामुला के जांबाजपोरा में स्थित सेना की 46 आरआर के शिविर पर हमला किया था। यह शिविर स्टेडियम के पास गुलशन पार्क के साथ सटा हुआ है। शिविर के पीछे झेलम दरिया बहता है। इसी शिविर में बीएसएफ की 40वी वाहिनी के जवानों की एक कंपनी भी है। आतंकियों ने दो तरफ से शिविर पर हमला किया था। एक गुट ने कैंप के सामने से और दूसरी ने पीछे की ओर से हमला किया। शिविर में दाखिल होने का प्रयास कर रहे आतंकियों के एक गुट ने बाहरी ओर स्थित बीएसएफ के मोर्चे पर ग्रेनेड दागते हुए स्वचालित हथियारों से फायरिंग की और भीतर घुसने का प्रयास किया। इस दौरान एक जवान शहीद व दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इस बीच, जवानों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए आतंकियों के मंसूबों को नाकाम कर दिया। झेलम की ओर से शिविर में दाखिल होने का प्रयास कर रहे आतंकियों के मारे जाने पर अधिकारियों कहा था कि उनके शव शिविर के बाहरी दीवार के साथ कंटीली तार के निकट पड़े हैं जो कि आज सुबह तक नहीं मिल पाए हैं। संबधित सूत्रों ने बताया कि आतंकियों के एक गुट ने जवानों का ध्यान बंटाकर दूसरे गुट को भीतर दाखिल होने में मदद का प्रयास किया था लेकिन वह अपने मंसूबों में नाकाम रहे और उन्हें भागना पड़ा। सूत्रों के अनुसार, हमलावर आतंकी किश्ती के जरिए झेलम दरिया पार कर गुलनार पार्क के पास पहुंचे थे और उन्होंने वहां से शिविर में घुसने का प्रयास किया था। एसएसपी बारामुला इम्तियाज हुसैन मीर ने बताया कि इस हमले में दो जवान शहीद हुए हैं। आतंकियों का कोई शव नहीं मिला है। पूरे इलाके में तलाशी अभियान चलाया गया है। शिविर तक आतंकियों के पहुंचने और हमले से जुड़े विभिन्न सुरागों को जुटाया जा रहा है।