मुकेश ने किया कमाल, बने 51 साल की उम्र में एशियाई खिताब जीतने वाले गोल्फर

mukeshनई दिल्ली,  दिग्गज भारतीय गोल्फर मुकेश कुमार ने  मौसम से प्रभावित पैनासोनिक ओपन गोल्फ जीत लिया। इसके साथ ही वह एशियाई टूर खिताब जीतने वाले सबसे उम्रदराज गोल्फर बन गए। धुंध के कारण दो दिन खेल प्रभावित रहने से इसे 54 होल का कर दिया गया था। 51 वर्षीय मुकेश के नाम 123 पीजीटीआई खिताब हैं। उन्होंने तीसरे और अंतिम दौर में दो अंडर 70 का कार्ड खेला, जिससे उन्होंने कुल दस अंडर 206 के स्कोर के साथ ट्रॉफी अपने नाम की। यह उनका एशियाई टूर में पहला खिताब है। लीडरबोर्ड में शीर्ष हाफ में भारतीय गोल्फरों का ही दबदबा रहा। इसमें ज्योति रंधावा और राशिद खान मुकेश से एक स्ट्रोक पीछे संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर रहे।

रंधावा और राशिद ने अंतिम दौर में चार अंडर 68 का कार्ड खेला। इन दोनों का कुल स्कोर नौ अंडर 207 रहा। हनी बैश्य ने कुल सात अंडर 209 के स्कोर से पांचवां स्थान हासिल किया। श्रीलंका के मिथुन परेरा 208 के कुल स्कोर के साथ चौथे स्थान पर रहे। वह एकमात्र विदेशी खिलाड़ी हैं जो शीर्ष दस में रहे। इस जीत के बाद मुकेश ने कहा कि, मुझे खुद पर गर्व है। मुझे इसके लिए 32 साल इंतजार करना पड़ा। इसीलिए यह खिताब मेरे लिए यह काफी मायने रखता है। यह उन 123 खिताब से अलग है जो मैंने घरेलू सर्किट में जीते हैं। मैं इसे हासिल करना चाहता था। मुकेश इस खिताब को जीतने वाले 5वें भारतीय गोल्फर बन गए। अनिर्बान लाहिड़ी (2011), दिग्विजय सिंह (2012), एसएसपी चौरसिया (2014) और चिराग कुमार (2015) यह खिताब जीत चुके हैं।

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