ठाणे, मुंबई के करीब ठाणे के एक अस्पताल में हृदय प्रत्यारोपण के बाद यूक्रेन की 27 वर्षीय महिला को नयी जिंदगी मिली है। सूरत की एक सड़क दुर्घटना में मारे गये युवक के दान किये हुए हृदय का प्रत्यारोपण किया गया। गुजरात में सूरत के यूनिटी अस्पताल से कल यह हृदय उपनगर मुलुंड के फोर्टिस अस्पताल लाया गया। हृदय को गुजरात से यहां 317 किमी दूर पहुंचाने में कुल 1.32 घंटे का समय लगा। फोर्टिस अस्पताल की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार यह हृदय यूक्रेन की एक महिला को प्रत्यारोपित किया जाना था।
वह प्रसव के बाद कार्डियोमायोपैथी से पीडि़त थी। इससे पांच माह पहले महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया था। अस्पताल ने अपनी विज्ञप्ति में बताया कि इस बीमारी से मरने की संभावना अधिक होती है। यह हृदय सूरत के अस्पताल से सुबह साढ़े नौ बजे एक चार्टर्ड विमान द्वारा भेजा गया। हृदय लेकर आने वाले विमान ने सुबह 9.57 बजे सूरत से उड़ान भरी, जबकि यह करीब साढ़े दस बजे मुंबई पहुंच गया। विमान से मुंबई पहुंचने के बाद हृदय को एक एम्बुलेंस के जरिये 11ः02 बजे मुलुंड के फोर्टिस अस्पताल पहुंचाया गया।
हृदय दान करने वाले सूरत के रहने वाले है। एक सड़क दुर्घटना में बैंक में काम करने वाले उनके 22 साल के लड़के का मस्तिष्काघात के कारण मौत हो गयी थी, जिसके बाद उन्होंने उसका हृदय दान करने का निर्णय किया। मृतक के परिजनों को एक गैर सरकारी संगठन ने हृदय दान करने के लिये रजामंद किया। संगठन ने उन्हें हृदय के अलावा उसकी किडनी, अग्न्याशय, कार्निया और गुर्दे दान करने के लिये भी राजी कर लिया।
प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार सहमति के बाद प्रत्यारोपण की प्रक्रिया शुरू की गयी और हृदय को मुंबई लाया गया और यूक्रेन की महिला को प्रत्यारोपित किया गया। वह हृदय प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा सूची में शामिल थी। फोर्टिस अस्पताल के कार्डियक प्रत्यारोपण दल के प्रमुख डा। अन्वय मुले ने कहा, शल्य चिकित्सा पूरी हो चुकी है और प्रत्यारोपण कराने वाले की स्थिति अब स्थिर है। हम अगले 48 से 72 घंटे तक उसे निगरानी में रखेंगे।