लखनऊ, यूपी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष, राज किशोर यादव ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. यूपी मे सत्ता परिवर्तन के कारण बने दबाव से इसे जोड़कर देखा जा रहा है.
हाल ही मे, योगी आदित्यनाथ सरकार ने उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा 11 हजार पदों पर होने जा रहीं नियुक्तियों के लिए इंटरव्यू पर रोक लगा दी थी. 19 मार्च को बीजेपी सरकार के गठन के बाद राज्यपाल राम नाईक ने सभी न्यू टेंडर भर्ती और इंटरव्यू पर रोक लगा दी थी।
सोमवार को प्रदेशभर से आए अभ्यर्थियों ने इंटरव्यू पर रोक के खिलाफ मुख्यमंत्री आवास के बाहर जमकर हंगामा किया था. अभ्यर्थियों का कहना था भर्ती पर रोक से उनका भविष्य खतरे में पड़ गया है. इंटरव्यू पर रोक के कारण 11 हजार पदों पर होने जा रहीं नियुक्तियों पर फिलहाल रोक लग गई है
3 अप्रैल को, सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी लोकसेवा आयोग (UPPSC) के अध्यक्ष अनिरुद्ध सिंह यादव को भी तलब किया था।एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह ने सीएम योगी को पत्र लिखकर लोक सेवा आयोग में पिछली सरकार के दौरान हुए चयन की जांच करवाने की मांग की थी। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी जनसभाओं में कहते रहे हैं कि बाबू और चपरासी की नौकरी के लिए इंटरव्यू भ्रष्टाचार का जरिया है और इसकी कोई जरूरत नहीं है। बीजेपी की सरकार जैसे ही आएगी इंटरव्यू नहीं लिए जाएंगे।