शरद यादव-अली अनवर की राज्यसभा सदस्यता, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने की समाप्त
December 5, 2017
नई दिल्ली, राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने शरद यादव और अली अनवर की राज्यसभा सदस्यता समाप्त कर दी है। राज्यसभा सचिवालय ने सोमवार देर रात इसकी अधिसूचना जारी कर दी।शरद गुट के नेता और जदयू के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव अरुण श्रीवास्तव ने कहा कि रात दस बजे इस आशय की चिट्ठी नेताओं को दी गई है जो ठीक नहीं है।
शरद यादव को उस वक्त तगड़ा झटका लगा जब राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने उनकी और जेडीयू के ही एक अन्य बागी नेता अनवर अली की सदस्यता को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया।राज्यसभा में जदयू के नेता रामचन्द्र प्रसाद सिंह ने सभापति से इन दोनों सदस्यों की सदस्यता खत्म करने का आवेदन दिया था। उन्होंने तर्क दिया था कि पटना में राजद की रैली में शामिल होकर शरद यादव और अली अनवर ने खुद ही जदयू से नाता तोड़ लिया है। ये दोनों नेता लगातार पार्टी विरोधी गतिविधि कर रहे हैं। इसी मांग के आधार पर सभापति ने दोनों नेताओं की सदस्यता खत्म कर दी।
फैसले की जानकारी दोनों नेताओं को गुजरात में मिली। अली अनवर ने फोन पर इस फैसले की पुष्टि की। साथ ही कहा कि शरद यादव के साथ उन्हें भी फैसले की कॉपी मिल गई है। अब जल्द ही आगे की रणनीति तय की जाएगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा राजद से नाता तोड़कर भाजपा के साथ सरकार बनाने के बाद से ही राज्यसभा सदस्य शरद यादव और अली अनवर ने बागी तेवर अपना लिया था।
चुनाव आयोग में भी शरद यादव ने असली जदयू होने का दावा किया था। साथ ही जदयू के चुनाव चिह्न तीर निशान पर भी दावा ठोका था। लेकिन आयोग ने उनकी दलील स्वीकार नहीं की और तीर निशान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खाते में दे दिया। इसके बाद दोबारा जदयू पर दावे के साथ शरद खेमा चुनाव आयोग गया, लेकिन उन्हें दोबारा भी निराशा मिली।