अखिलेश यादव ने भाजपा के घोषणापत्र की खोली पोल, देखिये किससे की तुलना ?
November 13, 2017
कानपुर, (नीरज सचान) कानपुर सबसे अधिक अर्थ व्यवस्था में भागीदारी और रोजगार प्रदान करने वाला शहर है। इसके साथ ही यहां से अत्यधिक मात्रा में उत्पाद निर्यात भी किये जाते हैं। परन्तु जीएसटी की वजह से आज समस्या का सामना करना पड़ रहा है। जीएसटी को न अधिकारी समझ पा रहे हैं और न ही राजनीतिक दल। ये बात आज कानपुर में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पत्रकार वार्ता में कही।
उन्होंने कहा कि जीएसटी से अर्थ व्यवस्था रुक गई और बाजार ध्वस्त हो गया। उन्होंने भाजपा सरकार से प्रश्न भी किया कि नोट बन्दी से क्या फायदा हुआ और किसको फायदा हुआ है। उन्होंने कहा कि रुपया काला सफेद नहीं होता है लेन-देन काला सफेद होता है। विकास की बात पर उन्होंने कहा कि समाजवादियों ने काम करके दिखाया है।
भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने लोगों से घोषणा पत्र के माध्यम से उसी प्रकार से छल किया है जिस प्रकार रामायण में रावण ने और महाभारत में शिखंडी का सहारा लेकर किया था। कहा कि सुनने में आया है कि छल करने के लिए सरकार द्वारा तीसरा घोषणा पत्र लाया गया है।
उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए बताया कि घोषणा पत्र में न होने के बाद भी ग्रीन पार्क का विकास किया जिससे अंतराष्ट्रीय क्रिकेट मैच हो सके। उन्होंने निकाय चुनाव में सपा प्रत्याशियों को जिताने की अपील करते हुए कहा कि भाजपा सरकार कानपुर में मेट्रो नहीं ला पायेगी।
भाजपा को झूठे वादे करने वाली सरकार कहा जो हर एक मुद्दे पर असफल है। उन्होंने स्वच्छता अभियान पर तंज कसते हुए कहा कि जब लोगों का ध्यान मुद्दों से हटाना होता है तो हाथ में दस्ताने पहनकर झाड़ू लगाने लगते हैं।