गांधीनगर, भारत ने शांति , सुरक्षा, स्थिरता , विकास और खुशहाली के अफ्रीकी देशों के प्रयासों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए मंगलवार को कहा कि ये देश उसकी शीर्ष प्राथमिकता में हैं और वह सुरक्षा तथा रक्षा क्षेत्र सहित इनकी हर जरूरत को पूरा करने को तैयार है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज यहां 12वीं रक्षा प्रदर्शनी के दौरान दूसरे भारत अफ्रीका रक्षा संवाद में अपने संबोधन में कहा,“अफ्रीकी देश भारत की सबसे बडी प्राथमिकता है और इन देशों के साथ हमारी साझेदारी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उन 10 सिद्धांतों पर केन्द्रीत हैं जिनका उल्लेख उन्होंने 2018 में युगांडा की संसद को संबोधित करते हुए किया था! भारत अफ्रीकी देशों के साथ संबंधों को पुख्ता बनाने के लिए तेजी से काम कर रहा है। साथ ही वह आतंकवाद और उग्रवाद से निपटने में सहयोग के अलावा महासागरों विशेष रूप से हिन्द महासागर में खुली , स्वत़त्र तथा नियम आधारित व्यवस्था के लिए भी काम कर रहा है।”
अफ्रीकी देशों के साथ पुराने सांस्कतिक संबंधों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इन देशों के साथ भारत के आर्थिक,राजनयिक और रक्षा क्षेत्र में व्यापक संबंध हैं । उन्होंने कहा , ‘ अफ्रीकी देशों की प्राथमिकता हमारी प्राथमिकता है! हम साझा अफ्रीकी शांति तथा सुरक्षा तंत्र बनाने के आपके प्रयासों की सराहना करते हैं ।” रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत अफ्रीका रक्षा संवाद का थीम ‘रक्षा और सुरक्षा सहयोग को मजबूत बनाने के लिए रणनीति’ बेहद उपयुक्त है और यह दोनों देशों को विभिन्न क्षेत्रों में क्षमता निर्माण , प्रशिक्षण, साइबर सुरक्षा , समुद्री सुरक्षा और आतंकवाद रोधी अभियानों में सहयोग की नयी संभावनाओं का पता लगाने का मौका देता है!
श्री सिंह ने कहा कि भारत का मानना है कि शांति , सुरक्षा और विकास एक दूसरे से जुडे हैं इसलिए क्षेत्र में विकास के लिस सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता बनाना बेहद जरूरी है । रक्षा विनिर्माण क्षेत्र में भारत की बढती क्षमता का उल्लेख करते हुए उन्होंने अफ्रीकी देशों का आह्वान किया कि वे भारत के रक्षा उपकरणों और प्रौद्योगिकी का लाभ उठायें। उन्होंने कहा कि देश में रक्षा विनिर्माण के क्षेत्र में एक नया इकोसिस्टम बना है जो प्रोद्योगिकी में पारंगत जनशक्ति से लैस है । उन्होंने कहा, ‘ भारत का रक्षा उद्योग आपकी रक्षा जरूरतों को पूरा करने में सक्षम है! ‘