अब ड्राइविंग लाइसेंस सीधे आएंगा आपके घर,जानिए कैसे….
March 30, 2019
नई दिल्ली,राजधानी सहित प्रदेश के सभी जिलों में शनिवार से ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने की नई व्यवस्था लागू हो जाएगी। उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य होगा, जहां इस व्यवस्था की शुरुआत हो रही है। करीब आधा दर्जन जिलों को भी इस प्रक्रिया में शामिल किया गया है। इसके साथ ही जुगाड़ से हाथ के हाथ आरटीओ कार्यालय से डीएल पाने की व्यवस्था पर भी रोक लग जाएगी।
नई व्यवस्था के तहत आने वाले दिनों में अब पूरे देश में एक तरह का ड्राइविंग लाइसेंस जारी होगा। तमाम खूबियों वाले इस कार्ड का डिजाइन और रंग (आसमानी) तय कर दिया गया है। आरटीओ मुख्यालय के तकनीकी विंग के अधिकारी संजय नाथ झा के मुताबिक राजधानी के आरटीओ कार्यालय में शनिवार से जो भी आवेदन किए जाएंगे, उनके डीएल मुख्यालय से प्रिंट होकर सीधे उनके घर के पते पर ही भेजे जाएंगे।
ड्राइविंग लाइसेंस जारी होने के बाद अधिकतम दस दिन के भीतर आवेदक के घर पर तय की गई संस्था को डीएल पहुंचाना होगा। समय से लाइसेंस न पहुंचा पाने पर पांच रुपये प्रतिदिन प्रति कार्ड की दर से जुर्माना एजेंसी को देना होगा। इस केंद्रीयकृत प्रिंटिंग प्रणाली को लागू करने वाला उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य होगा। अरसे से चल रही इस व्यवस्था को फिलहाल राजधानी लखनऊ के अलावा नोएडा, बाराबंकी, हरदोई, उन्नाव आदि जिलों में भी शुरू किया जा रहा है।
आसमानी रंग का नए डिजाइन का डीएल होगा ’पैन कार्ड सरीखा लिफाफे पर सुरक्षा के टिप्स दर्शाए गए हैं और यातायात के तौर तरीकों की जानकारी दी जाएगी इमरजेंसी के लिए डीएल में परिजनों का मोबाइल नंबर दर्ज रहेगा ’दिव्यांगजनों को जो लाइसेंस मिलेगा, उस पर उनकी गाड़ी का नंबर दर्ज रहेगा। यानी तय गाड़ी ही दिव्यांगजन चला सकेंगे ’एलपीजी, पेट्रोल, डीजल, रसायन, केरोसिन आदि ज्वलनशील पदार्थो को लेकर चलने वाले हेजारर्डस वाहनों को चलाने के लिए लाइसेंस में उसकी वैधता दर्शाई जाएगी ’तय संस्था दस दिन के भीतर घर पर पहुंचाएगी डीएल ’लाइसेंस के साथ अब आवेदक को 22 से 25 रुपये लिफाफे के लिए अतिरिक्त नहीं देने पड़ेंगे। इंडिया पोस्ट से डीएल घर पहुंचाया जाएगा।
’जो ऑनलाइन आवेदन किए जाएंगे उनके प्रपत्रों की जांच परिवहन विभाग की ओर से तय की गई संस्था स्मार्ट चिप करेगी। यह सारी प्रक्रिया आरटीओ कार्यालय में मौजूद वेंडर करेंगे ’फोटो खींचकर साइन लेने का काम भी वेंडर करेगा आरटीओ कार्यालय में टेस्ट और लाइसेंस अप्रूवल का काम परिवहन अधिकारी करेंगे। प्रक्रिया पूरी होने के बाद लाइसेंस प्रिंटिंग के लिए मुख्यालय भेजा जाएगा ’डीएल टिहरी कोठी स्थित परिवहन विभाग के मुख्यालय से जारी किए जाएंगे। उसके बाद संस्था की घर तक दस दिन में पहुंचाने की जिम्मेदारी होगी।
उत्तर प्रदेश परिवहन आयुक्त धीरज साहू का कहना है कि नए डिजाइन के इस स्मार्ट डीएल की व्यवस्था पूरे देश में पहली अक्टूबर 2019 तक लागू होनी है। प्रदेश इसमें आगे रहा है। अरसे से चल रही प्रक्रिया पूरी हो गई है। भारत सरकार ने पहली मार्च 2019 को मोटरयान अधिनियम में संशोधन करते हुए डीएल की एकरूपता को लेकर उसकी डिजाइन तय करते हुए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।