मुंबई, इजराइल पर ईरान के जवाबी हमले से क्षेत्रीय स्तर पर तनाव और गहराने से घबराए निवेशकों की स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा बिकवाली के दबाव में आज शेयर बाजार में कोहराम मच गया।
बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 845.12 अंक अर्थात 1.14 प्रतिशत का गोता लगाकर करीब तीन सप्ताह के निचले स्तर 73,399.78 अंक पर आ गया। साथ ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 246.90 यानी 1.1 प्रतिशत की गिरावट लेकर 22,272.50 अंक पर बंद हुआ। दिग्गज कंपनियों की तरह बीएसई की मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों में भी बिकवाली हुई। इससे मिडकैप 1.50 अंक टूटकर 40,293.72 अंक और स्मॉलकैप 1.54 प्रतिशत कमजोर होकर 45,166.87 अंक रह गया।
इस दौरान बीएसई में कुल 4049 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 2991 में गिरावट जबकि 913 में तेजी रही वहीं 145 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसी तरह निफ्टी की 44 कंपनियां लुढ़क गई जबकि शेष छह में बढ़त रही।
विश्लेषकों के अनुसार, भू-राजनीतिक तनाव और अपेक्षा से अधिक अमेरिकी मुद्रास्फीति ने निवेशकों की भावनाओं को प्रभावित किया और सूचकांकों को निचले स्तर पर ले आया।उनके समृद्ध मूल्यांकन और समाप्त वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में कंपनियों की आय वृद्धि में नरमी की आशंका के कारण प्रमुख नुकसान मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों को हुआ। दूसरी ओर, यूरोपीय बाजार सकारात्मक रुख के साथ खुला जबकि तेल की कीमतें कम हुईं क्योंकि बाजार को उम्मीद थी कि राजनयिक प्रयासों से इजराइल और ईरान में जारी तनाव कम हो जाएगा।
इससे बीएसई में ऊर्जा और तेल एवं गैस समूह की 0.40 प्रतिशत तक की बढ़त को छोड़कर शेष 18 समूहों में भारी बिकवाली हुई। इससे कमोडिटीज 1.23, सीडी 1.24, एफएमसीजी 1.04, वित्तीय सेवाएं 1.81, हेल्थकेयर 1.07, इंडस्ट्रियल्स 1.41, आईटी 1.58, दूरसंचार 0.61, यूटिलिटीज 1.37, ऑटो 0.89, बैंकिंग 1.55, कैपिटल गुड्स 1.49, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 1.08, पावर 1.44, रियल्टी 1.12, टेक 1.19 और सर्विसेज समूह के शेयर 2.12 प्रतिशत लुढ़क गए।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मिलाजुला रुख रहा। इस दौरान ब्रिटेन का एफटीएसई 0.40, जापान का निक्केई 0.74, हांगकांग का हैंगसेंग 0.72 और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.42 प्रतिशत टूट गया जबकि जर्मनी का डैक्स 0.85 और चीन का शंघाई कंपोजिट 1.26 प्रतिशत मजबूत रहा।