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कांशीराम के परिनिर्वाण दिवस पर, मायावती ने दी श्रद्धांजलि

लखनऊ, बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री  मायावती ने कांशीराम के परिनिर्वाण दिवस के मौके पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर मायावती ने कहा कि भाजपा की सरकार गरीबी, महंगाई व बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर विफल साबित हुई है।

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मायावती नेभाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा लोगों का ध्यान बांटने के लिए राष्ट्रधर्म और देशभक्ति जैसे मुद्दों को उभारने का प्रयास कर रही है।

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उन्होंने कहा कि देश में रोजी रोटी, महंगाई, आत्मसम्मान व सुरक्षा पहली आवश्यकता है। देश में दलित-ओबीसी महापुरुषों के स्मारकों की उपेक्षा हो रही है। भाजपा मुंह में राम, बगल में छुरी के मुहावरे को चरितार्थ कर रही है।

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इस दौरान कांशीराम स्मारक स्थल पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। मायावती के साथ ही बसपा के तमाम नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कांशीराम की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।

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कांशीराम का मानना था कि दलित और दूसरी पिछड़ी जातियों की संख्या भारत की जनसंख्या की 85 फ़ीसदी है, लेकिन 15 फ़ीसदी सवर्ण जातियाँ उन पर शासन कर रही हैं। 1985 में जब बहुजन समाज पार्टी चुनाव लड़ रही थी तो कांशीराम ने कहा था कि पहला चुनाव हम हारेंगे, दूसरे चुनाव में हराएंगे और तीसरे चुनाव में जीतेंगे।

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उनका कहना था कि हम इस देश में बहुजन समाज को हुक्मरान बनाना चाहते हैं। लोकतंत्र में जिनकी संख्या ज़्यादा होती है उनको हुक्मरान होना चाहिए। इसीलिए उन्होंने एक नारा लगाया था ‘जिसकी जितनी संख्या भारी, उतनी उसकी हिस्सेदारी।’ उनका एक और नारा था ‘जो बहुजन की बात करेगा, वो दिल्ली पर राज करेगा’।”