कार्यकर्ताओं के प्रेम मे, भोले शंकर की तरह जहर पी गये अखिलेश यादव


लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की यह फोटो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुयी, इस पर लोग प्रतिक्रिया देने से अपने को नही रोक पाये। सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ही तरह के कमेंट्स का ढेर लग गया। हालांकि सकारात्मक कमेंट्स की संख्या अधिक थी।
वैसे आज हकीकत यह है कि प्लास्टिक के गिलास मे अगर वार्ड या पंचायत के नेता को भी चाय आफर कर दी जाये तो नेताजी देखते ही आग बबूला हो जायेंगे।लेकिन यह समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सादगी और पार्टी कार्यकर्ताओं और अपने समर्थकों के प्रति उनका स्नेह है कि प्रेम से प्लास्टिक के गिलास मे दी गयी चाय पीने से भी उन्हे कोई गुरेज नही।
इसकी तुलना भगवान राम को दिये गये शबरी के बेरों से की जाये तो भी गलत नही होगा। भगवान राम जानते थे कि ये शबरी के जूठे बेर हैं। पर वह अपने प्रति उसके प्रेम को देखकर जूठे बेर खाने से अपने को नही रोक पाये।क्योंकि राम जानते थे कि शबरी मुझे मीठे बेर खिलाने के कारण बेर को चखकर मुझे दे रही है। वह जानबूझकर मुझे जूठे बेर नही खिला रही है। इसी तरह अखिलेश यादव को कार्यकर्ता का प्रेम नजर आया, उन्होने प्लास्टिक के गिलास के जहर को नजर अंदाज कर दिया।