कै़फ़ी आज़मी ने चमक-दमक के साथ गांव से जुड़कर जमीनी स्तर पर काम कियाः मुख्यमंत्री
लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि कविता मंे रुचि रखने वाला हर व्यक्ति क़ैफ़ी आज़मी को जानता है, क्यांेकि उन्हांेने मुम्बई की चमक-दमक देखने के बाद अपने गांव से जुड़कर जमीनी स्तर पर भी काम किया था ।
अखिलेश यादव ने यह विचार आज संत गाडगे सभागार मंे आॅलइण्डिया क़ैफ़ी आज़मी अकादमी के तत्वावध्ाान मंे उनकी 97वीं जयन्ती के अवसर पर आयोजित क़ैफ़ी आज़मी अवार्ड समारोह ‘जश्न-ए-क़ैफ़ी आज़मी¹ को सम्बोध्ाित करते हुए व्यक्त किए।
उन्हांेने कहा कि क़ैफ़ी आज़मी ने गांव के विकास को अपना लक्ष्य बनाया और इसके लिए तहे दिल से काम किया। आज़मी के गांव के विकास के सपने को पूरा करने का कार्य राज्य सरकार पूरी शिद्दत से कर रही है। उन्हांेने कहा कि श्री आज़मी ने महिला सशक्तीकरण के लिए काफी काम भी किया और अपने साहित्य से इसको बल भी दिया।
अखिलेश यादव ने कहा कि कै़फ़ी अकादमी द्वारा हिन्दी तथा उर्दू को बढ़ावा देने के लिए अच्छा कार्य किया जा रहा है। उन्हांेने कहा कि वर्ष 2012 मंे सत्ता मंे आने पर उन्हंे इस अकादमी के विषय मंे जानकारी मिली और यह भी पता लगा कि इसकी शुरुआत नेताजी ( मुलायम सिंह यादव) द्वारा कराई गई थी । वर्तमान सरकार ने इस अकादमी को जल्द से जल्द पूरा करने का बीड़ा उठाया। इसके विकास के लिए सरकार हर सम्भव सहायता उपलब्ध्ा कराएगी। उन्हांेने आशा व्यक्त की कि यह अकादमी शीघ्र पूर्ण हो जाएगी।
श्री यादव ने कहा कि मौजूदा सरकार साहित्य, कला, संस्कृति के संरक्षण, संवधर््ान तथा इनसे जुड़े कलाकारांे को प्रोत्साहन देने का काम कर रही है। कलाकारांे को सम्मानित करने के लिए विभिन्न पुरस्कारांे को फिर से पुनर्जीवित किया गया है, क्यांेकि पिछली सरकार द्वारा सभी सम्मान बन्द कर दिए गए थे और इस पूरे क्षेत्र की घोर उपेक्षा की गई थी।
उन्हांेने कहा कि राज्य सरकार हिन्दी, उर्दू और संस्कृत भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है। हिन्दी और उर्दू आपस मंे बहनंे हंै, जो हमारी गंगा-जमुनी तहजीब को बनाए रखने के साथ-साथ समाज को जोड़ने का काम करती हंै।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ कला, संस्कृति और साहित्य का एक उत्कृष्ट केन्द्र पहले भी रहा है और अब ये और मजबूती के साथ इस क्षेत्र मंे उभर रहा है। यह शहर अब बहुत तेजी से बदल रहा है, क्यांेकि यहां पर मेट्रो रेल के अलावा कई अन्य महत्वपूर्ण एवं बड़ी अवस्थापना सुविध्ााओं का विकास किया जा रहा है। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे प्रदेश मंे विकास की नई इबारत लिखेगा। साथ ही, लखनऊ पर्यटन की दृष्टि से एक अति महत्वपूर्ण केन्द्र के रूप मंे भी उभर कर सामने आएगा।
अखिलेश यादव ने कहा कि किसी भी देश की प्रगति सिर्फ जीडीपी से नहीं आंकी जा सकती है। इसके लिए कला, संस्कृति तथा साहित्य के साथ-साथ भाषिक स्तर पर लोगांे के एक-दूसरे से जुड़ने पर भी ध्यान देना होगा। साथ ही, सभी के उत्थान के लिए काम करना होगा, क्यांेकि इसके बगैर जीडीपी का कोई मतलब नहीं है।
इस अवसर पर श्री यादव ने कहा कि श्रीमती श़बाना आज़मी की कल रिलीज़ होने वाली फिल्म ‘चॅाक एण्ड डस्टर¹ को राज्य सरकार द्वारा टैक्स फ्री कर दिया गया है।
इससे पूर्व, संत गाडगे सभागार पहुंचने के उपरान्त मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया। उन्हांेने स्व0 कै़फ़ी आज़मी के चित्र पर माल्यार्पण भी किया। इसके उपरान्त मुख्यमंत्री ने साहित्यकार रवीन्द्र वर्मा, हिन्दी-उर्दू लेखिका सुश्री रख्$ा्शंदा जलील तथा मशहूर थियेटर कलाकार श्रीमती नादिरा ज़हीर बब्बर को शॅाल, प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह् तथा प्रत्येक को एक-एक लाख रुपए के चेक भंेट कर सम्मानित किया।
श्रीमती आज़मी ने कार्यक्रम को सम्बोध्ाित करते हुए कहा कि हमारी प्रगति के लिए महिला सशक्तीकरण अत्यन्त आवश्यक है, जिस पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्हांेने कहा कि कला एक जरिया है, जिसके माध्यम से समाज मंे बदलाव लाया जा सकता है। उन्हांेने आशा व्यक्त की कि क़ैफ़ी अकादमी शुरु होने के उपरान्त वहां का कैफे कल्चरल हब के रूप मंे शीघ्र ही स्थापित होगा। उन्हांेने मुख्यमंत्री को फिल्म ‘चाॅक एण्ड डस्टर¹ को टैक्स फ्री किए जाने के लिए ध्ान्यवाद दिया।
कार्यक्रम को मुख्य सचिव आलोक रंजन ने भी सम्बोध्ाित किया। उन्हांेने कहा कि क़ैफ़ी आज़मी एक बड़े शायर तो थे ही, साथ ही वे एक बेहतरीन इंसान भी थे। उन्हांेने अपने क्षेत्र के विकास के लिए अनेक कार्य किए। राज्य सरकार उन्हीं से प्रेरणा लेते हुए प्रदेश के सर्वांगीण विकास मंे लगी हुई है।
आज सम्मानित की गई तीनांे विभूतियांे ने भी कार्यक्रम को सम्बोध्ाित किया। इस अवसर पर राजनैतिक पंेशन मंत्री राजेन्द्र चैध्ारी, सुप्रसिद्ध्ा अभिनेता राज बब्बर के अलावा बड़ी संख्या मंे गणमान्य लोग उपस्थित थे।