श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में 56 घंटे तक चली मुठभेड़ के बाद दो आतंकवादी मारे गए। इसमें सीआरपीएफ के एक अधिकारी समेत पांच सुरक्षाकर्मी और एक नागरिक की भी मौत हो गयी। पुलिस के एक प्रवक्ता ने रविवार को बताया कि कुपवाड़ा के बडगाम इलाके में भौगोलिक स्थिति के कारण सुरक्षा बलों को अभियान के दौरान परेशानियों का सामना करना पड़ा। प्रवक्ता ने बताया कि शुक्रवार सुबह शुरू हुई मुठभेड़ में दो आतंकवादी ढेर हो गए।
उन्होंने बताया कि दोनों आतंकवादियों के शव मौके से बरामद कर लिए गए हैं। उनकी पहचान और उनके समूह की जानकारी का पता लगाया जा रहा है। प्रवक्ता ने बताया कि सीआरपीएफ के जवान शाम नारायण सिंह यादव जो शुक्रवार को मुठभेड़ में घायल हो गये थे, ने रविवार को दम तोड़ दिया। इसके साथ ही मुठभेड़ में शहीद हुए जवानों की संख्या पांच हो गई। उन्होंने बताया कि दो सीआरपीएफ कर्मी, निरीक्षक पिंटू और कांस्टेबल विनोद और दो पुलिस कर्मी, सलेक्शन ग्रेड कॉन्स्टेबल नसीर अहमद और गुलाम मुस्तफा बराह की जान शुक्रवार को ही मुठभेड़ के दौरान चली गई थी।
उन्होंने बताया कि एक नागरिक वसीम अहमद मीर को भी गोली लग गई थी और उसने भी शुक्रवार को अस्पताल में दम तोड़ दिया आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद उत्तर कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के बाबागुंड इलाके में सुरक्षा बलों ने शुक्रवार को घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया था। उन्होंने कहा, ‘‘ आतंकवादी जहां छुपे थे वह इलाका बहुत तंग था और पास के घरों से लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया था। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ स्थल से गोला-बारूद समेत अन्य अवैध सामग्री बरामद हुई है।
प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच के लिए सामग्री को रिकॉर्ड में ले लिया है। उन्होंने लोगों से मुठभेड़ स्थल में ना जाने की अपील की है क्योंकि वहां अब भी कोई विस्फोटक हो सकता है। प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ पुलिस मुठभेड़ स्थल की छानबीन करने और अगर वहां कोई विस्फोटक सामग्री है तो उसे हटाने तक लोगों से सहयोग की अपील करती है।’’