रोहतक, अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति की ओर से बसपा सुप्रीमो मायावती को पत्र लिखा गया है। पत्र में कहा गया है कि मायावती सिर्फ दलित समाज की नहीं, बल्कि समस्त कमेरे वर्ग की नेता हैं और उन्होंने समय-समय पर जाट आरक्षण का समर्थन किया है। इसलिए वे जसिया में धरनास्थल पर पहुंचकर जाट समाज के प्रति हो रहे अन्याय व अत्याचार की आवाज को सरकार तक पहुंचाए।
जाट आरक्षण की मांग को लेकर 5 जून से हरियाणा के कई जिलों में धरना चल रहा है। सबसे अधिक भीड़ रोहतक के जसिया गांव में चल रहे धरनास्थल पर जुट रही है। हालांकि यह धरने का आयोजन यू.पी के जाट नेता यशपाल मलिक की अगुवाई वाली अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने किया है। धरने में जाट समाज के वे लोग भी शामिल हो रहे हैं, जिनका मलिक के संगठन से कोई लेना-देना नहीं है।जानकारी के अनुसार इस धरने में किसी भी पार्टी का कोई प्रमुख नेता या सरकार का प्रतिनिधि नहीं पहुंचा है। इसलिए अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति की ओर से प्रदेश के सभी पक्ष और विपक्ष के प्रमुख नेताओं और बसपा सुप्रीमो मायावती को भी पत्र लिखा गया है।