Breaking News

दादरी मामला: मुआवजे के बाद अब अखलाक की फैमिली को 4 फ्लैट्स देगी अखिलेश सरकार

akhlaq_1445137462लखनऊ. ग्रेटर नोएडा के दादरी में गोमांस की अफवाह पर अखलाक का पीट-पीटकर मर्डर कर दिया गया था। उत्तर प्रदेश सरकार अब अखलाक की फैमिली को नोएडा में चार फ्लैट देने वाली है। एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट में ये बात सामने आई है। अखलाक की फैमिली फिलहाल दिल्ली में है। बता दें, लखनऊ में अखलाक की मां और भाई से मुलाकात के बाद सीएम अखिलेश ने विक्टिम फैमिली को 45 लाख रुपए का मुआवजा देने का एलान किया था। सीएम ने उनकी हर तरह की मदद करने की बात भी कही थी। 
 
क्या कहा था सीएम अखिलेश यादव ने?
5 अक्टूबर को सीएम अखिलेश यादव ने अखलाक की फैमिली को लखनऊ बुलाकर मुलाकात की थी। इस दौरान अखिलेश ने कहा था, “अखलाक के परिवार के दुख में हम शामिल हैं। उनके साथ पूरा न्याय किया जाएगा। आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। पता नहीं ये जहर किसने घोल दिया। मैं इस परिवार को भरोसा दिलाता हूं कि परिवार की पूरी मदद की जाएगी। राजनीति करने वाले इसमें राजनीति का रास्ता निकाल लेंगे, लेकिन हम समाजवादी लोग कभी राजनीति नहीं करते। हम गांव में नहीं पहुंच मैं तो दुख ही बांट सकता हूं। हमारे देश की ताकत ही ये है कि हम अलग-अलग जाति, धर्म और भाषा के लोग अलग होते हुए भी एक हैं। यही हमारी पहचान है। मैं इस फैमिली को पूरी सुरक्षा दूंगा। अखलाक का बेटा अभी अस्पताल में है। परिवार जहां चाहेगी हम उसका वहां इलाज कराएंगे। ये परिवार पर निर्भर करता है कि वो कहां रहना चाहती है। जहां भी रहना चाहेगी हम उसका इंतजाम करेंगे।” 
 
गवर्नमेंट रिलीफ पॉलिसी में हो सकता है बदलाव
अखलाक को नोएडा में फ्लैट्स देने के लिए यूपी सरकार को राहत और मुआवजा नीति (रिलीफ एंड कॉम्पेनसेशन पॉलिसी) में बदलाव करना पड़ सकता है। जानकारों के मुताबिक, सीएम अपने डिस्क्रिशनरी पावर (अपने अंदर निहित अधिकार) का इस्तेमाल करते हुए अखलाक की फैमिली के लिए 45 लाख रुपए मुआवजे का एलान कर चुके हैं। ऐसे में पॉलिसी के तहत किसी विक्टिम फैमिली को प्राइवेटली बिल्ड हाउस नहीं दिया जा सकता। इसलिए अखलाक की फैमिली को फ्लैट्स देने के लिए सीएम को अपने डिस्क्रिशनरी फंड का इस्तेमाल करना पड़ेगा या फिर मौजूदा राहत और मुआवजा नीति में बदलाव करना पड़ सकता है।
 
अखलाक की फैमिली ने भेजा है लेटर 
अखलाक की फैमिली ने यूपी गवर्नमेंट को इस मामले में चार लेटर लिख चुकी है। एक लेटर अखलाक की बीवी और बाकी तीन उसके भाइयों ने भेजे हैं। इसमें फैमिली ने गवर्नमेंट से रिलीफ के तौर पर घर देने की गुजारिश की है। ये भी बताया जा रहा है कि सीएम अखिलेश यादव ने पॉलिसी में बदलाव के ऑर्डर भी दे दिए हैं। इसकी फाइल चीफ सेक्रेटरी आलोक रंजन को भेज दी गई है।
 
क्या कहती है विक्टिम फैमिली?
इस बारे में अखलाक के भाई अफजल ने बताया, “लखनऊ में मुलाकात के दौरान सीएम ने हमें हर संभव मदद का वादा किया था। हमें मुआवजा तो मिल चुका है, लेकिन घर अभी तक नहीं मिला है। उम्मीद है सीएम अपना वादा पूरा करेंगे।”
 
क्या था मामला?
बकरीद के एक दिन पहले से बिसहड़ा गांव में एक बछड़ा चोरी हो गया था। 28 सितंबर की रात अखलाक को एक प्लास्टिक बैग लिए घर से निकलते देखा गया। अखलाक ने इसे कचरे में डाल दिया। वहां मौजूद एक बच्चे ने यह बात लोगों को बता दी। कथित रूप से इसका एलान मंदिर के लाउडस्पीकर से किया गया। इसके बाद कुछ लोग अखलाक के घर पहुंचे और उससे मारपीट की। अखलाक की मौत हो गई।