धमकी से सैन्य कार्रवाई रुकवाने का ट्रम्प के बयान सम्मान पर चोट, जवाब दें प्रधानमंत्री मोदी : कांग्रेस

नयी दिल्ली, कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प धमकी देकर पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई रुकवाने की बात करके लगातार देश के सम्मान को ठेस पहुंचा रहे हैं लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस पर खामोश हैं और उनके किसी दावे का खंडन नहीं कर रहे हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने आज यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा,“ डोनाल्ड ट्रम्प लगातार कह रहे हैं कि उन्होंने ‘भारत को धमकी देकर सैन्य कार्रवाई करने से रोका है। उनका यह दावा हमारी संप्रभुता पर खतरा है और ऐसा कह कर वह देश के सम्मान को ठेस पहुंच रहे हैं। वह 11 बार वीडियो संदेश देकर और दो ट्वीट करके दावा कर चुके हैं कि उन्होंने व्यापार की धमकी देकर भारत-पाकिस्तान के बीच सैन्य कार्रवाई को रुकवाया है लेकिन आश्चर्य इस बात का है कि प्रधानमंत्री मोदी हमेशा की तरह खामोश हैं। प्रधानमंत्री मोदी हर चीज पर बात करने को तैयार हैं, लेकिन डोनाल्ड ट्रम्प के इन 11 वक्तव्यों के खिलाफ कुछ नहीं कह रहे हैं। श्री ट्रम्प और रूस के राष्ट्रपति
ब्लादिमीर पुतिन की फोन पर हुई बात के बाद से रूस भी मान रहा है कि अमेरिका ने मध्यस्थता करके सैन्य कार्रवाई को रुकवाया है।”
उन्होंने कहा,“ देश के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाले और संप्रभुता पर सवाल खड़े करने वाले बयान मोदी सरकार की विफल विदेश नीति का परिणाम है। हालात यह है कि कनाडा जैसा देश भारत को जी-7 की बैठक में नहीं बुलाता है, डोनाल्ड ट्रम्प सैन्य कार्रवाई रोकने का श्रेय ले रहे हैं, हमारे सदाबहार मित्र हमसे किनारा कर रहे हैं, बड़े देश हमारे दुश्मन के खेमे में नजर आ रहे हैं और हम दुनिया में अलग-थलग पड़ गए हैं। जिस पाकिस्तान को हमने पूरी तरह से दरकिनार कर दिया था वह आज हीरो बना घूम रहा है। उसे वैश्विक संस्थाओं में प्रतिनिधित्व का मौका मिल रहा है और वैश्विक संस्थान उसे आर्थिक सहायता दे रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले 45 दिनों में कश्मीर की तरफ झांका भी नहीं लेकिन आज वे फीता काटने के लिए कश्मीर पहुंचे हैं। यह सवाल लाजमी है कि 11 साल से ज़्यादा समय तक सत्ता में रहने के बाद और 90 से ज़्यादा देशों का दौरा करने के बाद भी प्रधानमंत्री मोदी की विफल विदेश नीति के कारण देश को कुछ हासिल नहीं हुआ है। अगर देश की विदेश नीति सही होती, तो दुनिया के तमाम देश भारत के साथ मुस्तैदी से खड़े रहते।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा ,“भारत की कूटनीतिक विफलता के कारण ही वर्ष 2014 के पहले जिस पाकिस्तान को हमने अलग-थलग करके आतंकी मुल्क की तरह ट्रीट करना शुरु कर दिया था और पूरी दुनिया भी पाकिस्तान को उसी नजर से देखती थी लेकिन डोनाल्ड ट्रम्प के आगे प्रधानमंत्री मोदी के सरेंडर ने पाकिस्तान को हीरो बना दिया है और हम आईएमएफ से उसका तीन अरब डॉलर का राहत पैकेज नहीं रुकवा सके। एक जून को प्रधानमंत्री मोदी एडीबी के प्रमुख से मिले और तीन जून को एडीबी ने 8000 लाख डॉलर पाकिस्तान के लिए स्वीकृत कर दिये। विश्व बैंक 400 अरब डॉलर पाकिस्तान में निवेश करने वाला है। आतंकी मुल्क पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र उस समिति का उपाध्यक्ष बनाता है जो समिति आतंकवाद के विरोध में है। पाकिस्तान का बिलावल भुट्टो संयुक्त राष्ट्र में 45 मिनट तक भारत के खिलाफ जहर उगलता है। सवाल है कि 27 तारीख को जब हमारे सांसदों का डेलीगेशन कुवैत पहुंच कर अपना पक्ष रखता है, तो कुवैत पाकिस्तान पर लगे 19 साल के वीजा प्रतिबंध को हटा देता है।”
उन्होंने कहा,“ जो तुर्की पाकिस्तान को हमारे खिलाफ हथियार दे रहा था अमेरिका उसी तुर्की के साथ 30 करोड डॉलर की डील करता है। भारत के बारे में रूस कोई ठोस बयान नहीं दे रहा है लेकिन पाकिस्तान के साथ 2.5 अरब डॉलर की डील कर रहा है। चीन तो पाकिस्तान का हमप्याला, हमनिवाला बना हुआ है।”