लखनऊ, उत्तर प्रदेश सरकार ने रेहड़ी पटरी वालो को प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना में आसान दरों पर ऋण देने के मामले में प्रदेश को देश में पहले स्थान पर होने का दावा करते हुए कहा है कि राज्य में सबसे ज्यादा लोकप्रिय साबित हुयी पीएम स्वनिधि योजना में छोटे उद्यमियों की उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिये अगले सौ दिन में 21 हजार करोड़ रुपयेे का ऋण दिया जायेगा।
उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने सोमवार को अपने विभाग की भावी कार्ययोजना की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए यह जानकारी दी।
उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पीएम स्वनिधि योजना उत्तर प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने में बेहद लाभप्रद साबित होगी
खन्ना ने कहा कि योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में इस योजना के तहत अगले 6 महीने में 51 हजार करोड़ रुपये और 05 वर्ष में 02 लाख करोड़ रुपये का ऋण वितरण किया जायेगा। उन्होंने जनकल्याण के कामों के लिये पैसा जुटाने से जुड़ी पीएम जनधन योजना में 33 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि जमा होने की भी जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि बैंकों में जनधन खाते खोले जाने के साथ ही अब प्रदेश में बैंकिंग सेवा के विस्तार के लिए 700 नयी बैंक शाखाएं एवं 12 बैंकों के 700 एटीएम शुरु किये जायेंगे। खन्ना ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार प्रदेश में वित्तीय व्यवस्था के ढांचे को सुदृढ़ बनाने के लिये मितव्ययिता को ध्यान में रखकर सभी जरूरी कार्य किये जा रहे हैं।
इस दौरान खन्ना ने राज्य सरकार की वित्तीय उपलब्धियों का जिक्र करते हए कहा कि वर्तमान में उप्र का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 17 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा है। उन्होंने कहा कि बीते 05 वर्षों में जीडीपी में बड़ा इजाफा हुआ है।
खन्ना ने कहा कि प्रदेश में क्रेडिट डिपॉजिट अनुपात में भी बड़ी वृद्धि दर्ज की गयी और इसमें बैंकिंग सिस्टम में बैंक सखी ने अहम किरदार निभाया। वित्त मंत्री ने कहा कि प्रदेश मेंं डिजिटल ट्रांजेक्शन में भी बड़ी वृद्धि होने के कारण इसका स्तर 391 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।
उन्होंने कहा कि इस सबका नतीजा यह रहा कि उप्र के बजट के आकार में अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज किये जाने के साथ ही यह पांच लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा का हाे गया है।