आजमगढ़, समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव के गढ़ आजमगढ़ में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने दूसरी चुनावी सभा की। सपा, कांग्रेस और भाजपा पर जमकर प्रहार किया। मोदी को निशाना बनाते हुए मायावती ने कहा कि बीएसपी के रिजेक्टेड माल को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह माला, टोपी और पट्टा पहना रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पूर्वांचल के गरीबों को सस्ता अनाज देने का वादा किया था, लेकिन वह भी पूरा नहीं हुआ। महंगाई और बढ़ गई। गरीबों के अच्छे दिन की बजाय बुरे दिन आ गए। मायावती ने सवाल किया कि लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी द्वारा किए गए वादों का क्या हुआ? 24 घंटे बिजली देने का वादा कहां गया? गरीबों को पक्का मकान देने का दिखाया गया सपना महज सपना ही रह गया। बेरोजगारों को रोजगार, मजदूरों को वाजिब मजदूरी, किसानों की आमदनी दोगुनी करने, छोटे व्यापारियों को राहत देने के वादों का पूरा क्यों नहीं किया गया? यूपी के 73 सांसदों वाली केंद्र सरकार ने पूर्वांचल के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा आरएसएस के एजेंडे को लागू किया जा रहा है। साम्प्रदायिकता फैलाने का कुचक्र रचा जा रहा है।
दलित-पिछड़े केवल प्रधानमंत्री की सहानुभूति नहीं चाहते। वे अपने अधिकारों की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की उम्मीदें रखते हैं।उन्होंने कहा कि दिल्ली की सरकार अपने अधीन चलने वाली दिल्ली सरकार की कानून व्यवस्था को दुरुस्त नहीं रख सकती है तो देश की सुरक्षा में क्या कदम उठाएगी? कानून की बिगड़ी व्यवस्था ने दलितों और मुस्लिमो में असुरक्षा की भावना को जगाया है।
उन्होंने सपा की यूपी सरकार पर वार करते हुए कहा कि दादरीकांड, मुजफ्फरनगर कांड आदि को भुला पाना मुश्किल है। प्रदेश में महिलाए भी सुरक्षित नहीं है। हर दिन किसी न किसी न जिले में महिलाओं की आबरू लूटी जा रही है। प्रदेश में अन्य अपराधों में भी इजाफा हुआ है। प्रदेश में अपराधों की बाढ़ आ गई है। उन्होंने कहा कि सपा जिन विकास कार्यों के करने का ढिढोंरा पीट रही है, उनमें से अधिकांश की तैयारी बसपा सरकार में ही कर ली गई थी। इनमें से ही मेट्रो एक है।सुश्री मायावाती ने कांग्रेस पर वार करते हुए कहा कि कांग्रेस जितनी भी यात्राएं निकाल ले उसे कुछ हासिल होने वाला नहीं है। दिल्ली को बिगाड़ चुकीं शीला को आगे कर कांग्रेस ने यूपी में भी विकास को अवरुद्ध करने का संकेत दिया है। उन्होंने बसपा छोड़कर अन्य पार्टियों में जाने वाले नेताओं पर भी कुठाराघात किया। उन्होंने कहा कि मिशन को छोड़कर स्वार्थ सिद्धि के लिए दूसरी पार्टियों का दामन थामना शुरू कर दिया है। ऐसे लोग बीएसपी पर अब आरोप मढ़ रहे हैं। इन्हें बसपा ने ही पहचान दिलाई थी। अब ये कह रहे हैं कि बीएसपी के अच्छे दिन नहीं रहे। लेकिन इनसे सावधान रहने की जरूरत है। टिकट बेचने का आरोप कतई सही नहीं है। उन्होंने कहा कि बसपा ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो यूपी के विकास को गति दे सकती है। कानून व्यवस्था को पटरी पर ला सकती है। कर्मचारियों, नौजवानों, व्यपारियों, दलितों, मुस्लिमों और अपर कास्ट के गरीबों का हित बसपा सरकार में ही साधे जा सकते हैं। इसलिए बसपा ही एकमात्र विकल्प है। सर्वसमाज के हित के लिए बसपा का सत्ता में आना जरूरी है।