भारतीय खेल नीति में काफी खामियां हैं- परगट सिंह

 

गाजियाबाद, भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान परगट सिंह का कहना है कि देश की खेल नीति में कई तरह की खामियां हैं। उन्होंने  कहा कि भारत को चीन से सीख लेनी चाहिए। पंजाब से कांग्रेस के विधायक परगट सिंह ने कहा कि भारत की खेल नीति जमीनी स्तर पर कारगर नहीं है। उनका मानना है कि खिलाड़ियों को स्कूल स्तर से निकल कर आना चाहिए।

पद्मश्री से सम्मानित किए जा चुके परगट सिंह का कहना है कि भारत में खेलों को बढ़ावा देने के लिए चीन के रास्ते पर चलना चाहिए। चीन में बजट का 10-15 फीसदी हिस्सा तीन स्तरों पर खेलों को बढ़ावा देने के लिए खर्च किया जाता है, जहां पहले स्तर पर तीन से 13 साल के नौ लाख के बच्चों का चयन किया जाता है।

इनमें से 90,000 बच्चों को फिर विशेषज्ञ स्तर के लिए चुना जाता है और उनमें से 9,000 बच्चों का चयन सुपर स्पेशलिस्ट के तौर पर किया जाता है। इसके विपरीत भारत में कुल बजट का 0.07 फीसदी हिस्सा ही खेलों को दिया जाता है और इस हिस्से को भी बिना किसी योजना के खर्च किया जाता है। भारतीय हॉकी के स्वर्णिम दिनों को याद करते हुए परगट सिंह ने कहा, दुर्भाग्यवश खेल में व्यावसायिक दखलअंदाजी ने इसकी बुनियाद पर असर डाला है।