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भ्रष्टाचार को लेकर, कौन सा देश किस स्थान पर, देखिये ग्लोबल करप्शन इंडेक्स2018

बर्लिन, सपेरेंसी इंटरनेशनल की ग्लोबल करप्शन परसेप्शन इंडेक्स-2018 के अनुसार 180 देशों की सूची में भ्रष्टाचार के मामले में भारत 78 वें पायदान पर है। 2011 के बाद पहली बार अमेरिका 20 देशों की सूची में बाहर हो गया है।

अंतरराष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की रिपोर्ट की मानें तो भ्रष्टाचार के क्षेत्र में भारत की स्थिति सुधरी है।  इस सूची में भारत 2017 में 81 वें स्‍थान पर था। लेकिन अब भ्रष्टाचार के मामले में भारत 78 वें पायदान पर है।

सूचकांक में प्रत्येक देश को अंक भी दिए गए हैं। इसमें शून्य अंक को सबसे भ्रष्ट देश के लिए और सौ अंक को भ्रष्टाचार रहित देश के लिए इस्तेमाल किया गया है। भारत को 41 अंक दिए गए हैं। 2017 और 2016 में भारत के 40 अंक थे। 2015 में भारत को 38 अंक दिए गए थे।

2018 में 39 अंकों के साथ चीन 87 वें स्‍थान पर, 38 अंक के साथ श्रीलंका और इंडोनेशिया 89 वें स्‍थान, 35 अंकों के साथ 105 वें स्‍थान पर, 33 अंकों के साथ पाकिस्‍तान 117 वें स्‍थान पर, 31 अंकों के साथ नेपाल और मालदीव 124 वें स्‍थान पर, 29 अंकों के साथ म्‍यांमार 132 वें स्‍थान पर, 28 अंकों के साथ ईरान मैक्सिको और रूस 138 वें स्‍थान पर, 26 अंकों के साथ बांग्‍लोदश 149 वें स्‍थान पर, 18 अंकों के साथ बेनेजुएला और इराक 168 वें स्‍थान पर, 16 अंक के साथ अफगानिस्‍तान 172 स्‍थान पर, 14 अंकों के साथ उत्‍तर कोरिया 176 वें स्‍थान पर है।

सोमालिया की रैंक 180 है और 10 अंक दिए गए हैं। सोमालिया सबसे भ्रष्‍ट देश है। उसके बाद 178 रैंक के साथ दक्षिणी सूडान और सीरिया हैं। उसके बाद यमन, उत्तर कोरिया, सूडान, गिनी बिसाऊ, इक्वेटोरियल गिनी, अफगानिस्तान और लीबिया हैं।

सूचकांक में डेनमार्क को पहली रैंक दी गई है। उसका अंक 88 है। मतलब 180 देशों में डेनमार्क में भ्रष्टाचार सबसे कम है। दूसरे स्थान पर न्‍यूजीलैंड (87अंक) है। 85 अंकों के साथ चार देश शामिल हैं, जिसमें फिनलैंड, सिंगापुर, स्‍वीडन, स्विटजरलैंड शामिल हैं।

संगठन ने कहा कि पूर्ण लोकतंत्र ने भ्रष्टाचार सूचकांक पर 75 का औसत अंक हासिल किया, वहीं त्रुटिपूर्ण लोकतंत्रों का औसत 49 और निरंकुश शासनों का औसत 30 रहा। इस इंडेक्‍स की गणना 13 अलग-अलग डॉटा स्रोतों का उपयोग करके की जाती है जो व्यापारिक लोगों और देश के विशेषज्ञों से सार्वजनिक क्षेत्र में भ्रष्टाचार की धारणाएं प्रदान करते हैं।