लखनऊ, उत्तर प्रदेश में अवैध और जहरीली शराब के खिलाफ अभियान जारी है। आचार संहिता समाप्त होने के एक हफ्ते के भीतर ही प्रदेश में अबतक हजारों लीटर अवैध और जहरीली शराब को आबकारी और पुलिस विभाग द्वारा नष्ट और जब्त किया जा चुका है।
हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी दोनों विभागों की पीठ इस बात को लेकर थपथपाई है कि पूरी चुनावी प्रक्रिया के दौरान प्रदेश में कहीं भी अवैध और जहरीली शराब से जुड़ी कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आई है। दोनों विभाग की संयुक्त टीमें प्रदेश के सभी जिलों में ताबड़तोड़ कार्रवाई के जरिए प्रतिदिन सैकड़ों लीटर अवैध शराब को जब्त और नष्ट करने का काम कर रही हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि बीते एक हफ्ते में ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए अमरोहा, सहारनपुर, गाजियाबाद, सीतापुर, सुल्तानपुर, ललितपुर, हापुड़, मुरादाबाद, लखीमपुर, गोंडा, एटा अम्बेडकरनगर, सहारनपुर, बस्ती, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, झांसी, उन्नाव, बांदा, प्रयागराज, चित्रकूट, गौतमबुद्ध नगर, फर्रुखाबाद, बदायूं, अमेठी, कुशीनगर, गोरखपुर और बस्ती से हजारों लीटर अवैध शराब को जब्त और नष्ट किया गया है।
इसके अलावा नकली देसी-विदेशी शराब, बोतलें, नकली रैपर, नकली क्यूआर कोड सहित पूरे के पूरे कारखानों को भी उजागर किया गया है। साथ ही अन्य राज्यों में बिक्री के लिए अनुबंधित शराब को भी प्रदेश के विभिन्न ढाबों पर बेचने वाले गिरोह का भी पर्दाफाश किया गया है।
हफ्ते भर से प्रदेश के सभी जिलों में चल रही ताबड़तोड़ कार्रवाई में हजारों लीटर अवैध शराब को जब्त और नष्ट किया जा चुका है, वहीं बुधवार और गुरुवार पूर्वाह्न खबर लिखे जाने तक चली अनवरत कार्रवाई में सीतापुर में 60 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद की गई व 200 किलोग्राम लहन नष्ट किया गया। झाँसी में 610 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद की गयी और 3800 किग्रा. लहन मौके पर नष्ट किया। यहां से चार महिलाओं को भी गिरफ्तार किया गया है। उन्नाव में आबकारी टीम ने 225 ली. अवैध शराब बरामद की तथा 500 किग्रा. लहन नष्ट किया।
इसके अलावा आबकारी और पुलिस टीमों की दबिश अलीगढ़, हरदोई, कुशीनगर, गोरखपुर, सहारनपुर, मुरादाबाद, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर और बस्ती में भी दर्ज की गई हैं।
प्रदेश में आबकारी विभाग द्वारा चल रही अनवरत कार्रवाई को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी विभाग की पीठ थपथपा चुके हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय के ऑफिशियल एक्स हैंडल के जरिए स्वयं मुख्यमंत्री योगी ने कहा है कि जहरीली अथवा अवैध शराब बनाने, बेचने और खरीदने के प्रयासों पर लगातार हुई कार्रवाइयों का ही असर है कि इसका पूरा सिंडिकेट समाप्त हो गया है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को ऐसी कार्रवाइयों का क्रम लगातार जारी रखने का निर्देश दिया है।