लखनऊ, पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी भूमिका को संजीदगी से निभाते हुये देश की घनी आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश के लोगों ने एक दिन में 30 करोड़ से अधिक पौधे रोप कर एक मिसाल कायम की है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में प्रदेश में व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण महाभियान 2023 चलाया गया। इस दौरान राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने छाता मथुरा में जबकि श्री योगी ने बिजनौर और मुजफ्फरनगर में गंगा किनारे पौधरोपण कर इस महाभियान का शुभारंभ किया। वहीं प्रदेश सरकार के सभी मंत्रियों ने भी अलग अलग जिलों में पौधे रोपित किये। शाम पांच बजे तक प्रदेश में 30 करोड़ 21 लाख 51 हजार 570 पौधे रोपित किये गये, जो कि सरकार के लक्ष्य 30 करोड़ से 21 लाख से भी अधिक है।
वृक्षारोपण महाभियान 2023 को मिली अप्रत्याशित सफलता के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे नए भारत के नए उत्तर प्रदेश में ‘पौधरोपण’ लोकपर्व बताते हुए कहा “ प्रकृति के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए उत्तर प्रदेश में आज एक दिन में 30 करोड़ से अधिक पौधरोपण का कीर्तिमान बनाया गया है। ‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ के भाव को आत्मसात कर सभी 18 मंडलों-75 जिलों में अपूर्व उत्साह-उमंग-उल्लास के साथ जन-जन ने इस पुनीत कार्य में सहभाग किया। आज का यह प्रयास आने वाली पीढ़ियों को ‘स्वच्छ-समृद्ध-हरित’ परिवेश प्रदान करने में सहायक होगा। इस अभिनंदनीय योगदान के लिए सभी जनप्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संगठनों, सामाजिक संगठनों तथा शासन-प्रशासन सहित समस्त प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई-अभिनंदन।”
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य प्रयागराज व कौशांबी, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक रायबरेली व बाराबंकी, काबीना मंत्री स्वतंत्र देव सिंह व वन-पर्यावरण मंत्री अरुण सक्सेना बिजनौर व मुजफ्फरनगर, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही अयोध्या व अमेठी, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना लखनऊ व गोरखपुर, कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य झांसी व जालौन, वन-पर्यावरण राज्यमंत्री केपी मलिक सहारनपुर में पौधरोपण कार्यक्रम में शामिल हुए। इसके अलावा अन्य मंत्रियों ने भी विभिन्न जनपदों में पौधरोपण किया।
शनिवार को हुए वृक्षारोपण महाभियान 2023 के अंतर्गत वन भूमि, रक्षा, रेलवे की भूमि, ग्राम पंचायत एवं सामुदायिक भूमि, एक्सप्रेस वे, सड़क, नहर, रेल पटरी के किनारे। विकास प्रधिकरण, औद्योगिक परिसर, चिकित्सा संस्थान, शिक्षण संस्थान की भूमि, अन्य राजकीय भूमि, कृषकों की निजी भूमि, नागरिकों द्वारा निजी परिसर में बड़े स्तर पर पौधरोपण किया गया है। सबसे अहम बात ये कि अभियान को पूरी पारदर्शिता के साथ संपन्न कराने के लिए योगी सरकार ने एण्ड्रायड आधारित हरीतिमा अमृत वन मोबाइल एप वर्जन 3.1 विकसित किया है।
मुख्यमंत्री का स्पष्ट निर्देश है कि पिछली सरकारों की तरह पौधरोपण अभियान केवल कागजी खानापूर्ति तक सीमित ना रहे, बल्कि इसको लेकर पूरी पारदर्शिता और पौधों की प्रभावी मॉनीटरिंग की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। यही कारण रहा कि इस साल पौधों की जियो टैगिंग की मुकम्मल व्यवस्था की गई है। साथ ही वन विभाग ने भी टेक्नोलॉजी का भरपूर उपयोग किया है।