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राज्यसभा में पांच दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि….

नयी दिल्ली, राज्यसभा में पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली और राम जेठमलानी समेत पांच सदस्यों को सोमवार को श्रद्धांजलि दी गयी।सदन की कार्यवाही शुरु होते ही सभापति एम वेंकैया नायडु ने वर्तमान सदन के सदस्य अरुण जेटली और राम जेठमलानी तथा पूर्व सदस्य जगन्नाथ मिश्र , सुखदेव सिंह लिब्रा एवं गुरुदास दासगुप्ता के निधन की जानकारी सदन को दी ।

श्री नायडु ने कहा कि श्री जेटली का निधन 67 वर्ष की उम्र में गत 24 अगस्त को हो गया था । वर्ष 1952 में जन्में श्री जेटली ने छात्र आन्दोलनों के दौरान ही राजनीति शुरु कर दी थी । वर्ष 1974 के जय प्रकाश अन्दोलन के दौरान वह जेल भी गये थे । वह चार बार राज्यसभा के सदस्य रहे थे ।श्री जेटली केन्द्रीय रक्षा , वित्त , सूचना एवं प्रसारण , वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री रहे थे । वह सदन के नेता और विपक्ष के नेता भी थे । उन्हें उत्कृष्ट सांसद के सम्मान से भी सम्मानित किया गया था ।

श्री नायडु ने कहा कि श्री जेटली कुशल प्रशासक के साथ साथ कुशल विधिवेत्ता भी थे । वह दिल्ली राज्य क्रिकेट संघ के अध्यक्ष भी थे ।उन्होंने कहा कि श्री राम जेठमलानी का निधन गत आठ सितम्बर को 95 वर्ष की आयु में हो गया था । उनका जन्म पाकिस्तान में हुआ था और सिंध की अदालत से उन्होने वकालत की शुरुआत की थी । वह चार बार कांउसिल आफ इंडिया के अध्यक्ष रहे थे । वह छठी और सतवीं लोकसभा के सदस्य भी थे । वह छह बार राज्यसभा के सदस्य रहे थे । उन्होंने कर्नाटक , महाराष्ट्र , और बिहार से राज्यसभा का प्रतिनिधित्व किया था । दो बार वह राज्यसभा के मनोनीत सदस्य रहे थे ।

श्री जेठमलानी केन्द्रीय विधि और शहरी विकास मंत्री भी रहे थे । वह कुशल विधिवेत्ता थे ।श्री नायडु ने कहा कि डा जगन्नाथ मिश्र कर निधन गत 19 अगस्त को 82 वर्ष की उम्र में हो गया था । वर्ष 1937 में जन्में श्री मिश्र तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री रहे थे । वह राज्य में विपक्ष के नेता भी रिहे थे । वह केन्द्रीय मंत्री भी रहे थे । वह पांच बार विधायक और 1968 में विधान परिषद के सदस्य बने थे । उन्होंने उर्दू को बढावा दिया था । उन्होंने कई पुस्तकें भी लिखी थी और कई शिक्षण संस्थानों से भी जुड़े थे ।श्री नायडु ने कहा कि श्री गुरुदास दासगुप्ता का निधन 31 अक्टूबर को 82 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था । वर्ष 1936 में अविभाजित भारत (वर्तमान बंगलादेश) में उनका जन्म हुआ था । वह जाने माने मजदूर नेता थे और छात्र जीवन से राजनीति से जुड़े थे ।

वह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेता थे और खेत मजदूर यूनियन तथा कई अन्य संगठनों से जुड़े थे । वह पश्चिम बंगाल से तीन बार राज्यसभा सदस्य चुने गये थेश्री नायडु ने बताया कि श्री सुखदेव सिंह लिब्रा का निधन छह सितम्बर को 86 वर्ष की उम्र में हो गया था । वर्ष 1932 में जन्में श्री लिब्रा 1985 में राज्यसभा के सदस्य बने थे । वह दो बार लोकसभा के सदस्य भी चुने गये थे । वह शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के सदस्य भी थे ।बाद में सदस्यों ने मौन खड़े होकर दिवंगत सदज्ञयों को श्रद्धांजलि दी और इसके बाद सदन की कार्यवाही उनके सम्मान में दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी ।

सदन के नेता थावर चंद गहलाेत, विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, भारतीय जनता पार्टी के जगत प्रकाश नड्डा, कांग्रेस के आनंद शर्मा, तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन, अन्ना द्रमुक के ए. नवनीत कृष्णन, सामजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव, बीजू जनता दल के प्रसन्ना आचार्य, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शरद पवार, जनता दल युनाईटेड के रामचंद्र प्रसाद सिंह, तेलंगाना राष्ट्र समिति के के. केशव राव, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के टी के रंगराजन, द्रमुक के तिरुचि शिवा, बहुजन समाज पार्टी के वीर सिंह, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के विजय साई रेड्डी, एमडीएमके के वाईको, रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया के रामदास अठावले, शिवसेना के संजय राउत, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम और राष्ट्रीय जनता दल के मनोज कुमार झा ने भी दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि अर्पित की।