लखनऊ, लंबे इंतजार के बाद उत्तर प्रदेश के इटावा में समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव, रामगोपाल यादव और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया (प्रसपा) के प्रमुख शिवपाल यादव एक मंच पर नजर आए जिसके बाद सपा के कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ पड़ी।
यह तीनों रविवार को सैफई के एस.एस. मेमोरियल स्कूल में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में एक साथ नजर आएं। समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट पर उप चुनाव में सपा ने परिवार की बड़ी बहू डिंपल को एक बार फिर से सांसद बनाने के लिए मैदान में उतारा है।
इसी प्रयास को सफल बनाने के लिए श्री अखिलेश यादव ने श्रीमती डिंपल यादव के साथ सैफई में श्री शिवपाल सिंह यादव के घर जाकर भेंट की थी और उनका आशीर्वाद लिया था।
मैनपुरी लोकसभा सीट के उप चुनाव के लिए पार्टी ने प्रचार अभियान तेज कर दिया है। डिंपल यादव को जीत दिलवाने के लिए मुलायम परिवार कार्यक्रम में एक साथ दिखा। मंच पर राज्य की सियासत के तीन बड़े चेहरों के साथ रामगोविंद चौधरी, तेजप्रताप यादव, आदित्य यादव भी मौजूद रहे।
शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि जब तक परिवार एक रहता है तब छाती चौड़ी हो जाती है। मैं जब भी यहां आता था और जसवंतनगर के किसी भी कोने में जाता था तो लोग एक ही बात कहते थे कि एक हो जाइए तो ही भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) को मात दे सकते हैं तो आज हम एक हो गए हैं। उन्होंने कहा कि परिवार के सबसे बड़े बेटे होने के नाते अखिलेश यादव को इसे बनाए रखने की बड़ी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।
शिवपाल यादव ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि एक होकर सत्तारूढ़ पार्टी को हराया जा सकता है। ये झूठ बोलने वाली सरकार है। हमारे खिलाफ साजिशें हो रही हैं। इस बार रिकॉर्ड मतों से उसे हराना है और मैनपुरी में बहू डिंपल यादव काे जिताना है।
अखिलेश यादव ने कहा कि चाचा-भतीजे में कभी दूरी नहीं थी। मैनपुरी का उपचुनाव पूरा देश देख रहा है। हमें एक साथ देखकर भाजपा को तकलीफ हो रही होगी।