वाराणसी की देव दीपावली में दिखेगी ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की झलक

लखनऊ, देव दीपावली पर जब संपूर्ण काशी गंगा तट पर दीपों की ज्योति से आलोकित होगी, तब यह पावन नगरी “मिनी भारत” का रूप धारण कर लेगी। इस बार की देव दीपावली केवल धार्मिक आस्था का नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक एकता और विविधता का जीवंत उत्सव बनकर सामने आएगी। पर्यटन विभाग की विशेष पहल के तहत घाटों को देश के विभिन्न हिस्सों की परंपराओं के अनुरूप सजाया जाएगा।
इस वर्ष देव दीपावली में गंगा किनारे जगमगाते 10 लाख दीप “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की भावना को साकार करेंगे। वाराणसी के हर घाट को एक विशिष्ट सांस्कृतिक पहचान दी जा रही है, कहीं मराठी परंपरा की झलक होगी, तो कहीं दक्षिण भारतीय संस्कृति का रंग। मैथिल ब्राह्मणों की पूजा-पद्धति, गुजराती रंगोली और थालियों की साज-सज्जा तथा नेपाली समुदाय की पारंपरिक दीप सज्जा इस आयोजन को अद्वितीय बनाएगी।
पंचगंगा घाट, जो काशी के पंच तीर्थों में शामिल है, इस बार भी मराठी संस्कृति का केंद्र रहेगा। यहाँ के मराठी परिवार पारंपरिक विधि से दीप सज्जा और गंगा आरती की तैयारी में जुटे हैं। पास ही स्थित नेपाली बस्ती के परिवार अपनी परंपरा के अनुरूप दीये जलाकर घाट को रोशन करेंगे। यह दो संस्कृतियों का सुंदर संगम होगा।
गौरीकेदार घाट पर दक्षिण भारतीय संस्कृति की झलक दिखेगी। गौरीकेदारेश्वर मंदिर परिसर में दीप सज्जा, भक्ति संगीत और पारंपरिक पूजा की तैयारियाँ जोर पकड़ रही हैं। वहीं, गुजराती मोहल्ले में पारंपरिक वेशभूषा, रंगोली और दीपों की थालियाँ श्रद्धालुओं को आकर्षित करेंगी।
दशाश्वमेध घाट और राजेन्द्र प्रसाद घाट पर मैथिल ब्राह्मणों की पूजा-पद्धति से दीप जलेंगे। यहां की भव्य सजावट और दीपों की संख्या इस बार ऐतिहासिक रहने वाली है। जब गंगा के दोनों तट लाखों दीपों से आलोकित होंगे, तब यह आयोजन भारत की सांस्कृतिक एकता का अनुपम प्रतीक बन जाएगा।
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि “देव दीपावली भारत की आत्मा का उत्सव है, जहाँ विभिन्न संस्कृतियाँ एक साथ दमकती हैं। यह आयोजन काशी को वैश्विक सांस्कृतिक केंद्र के रूप में सशक्त करेगा।”
संयुक्त निदेशक पर्यटन दिनेश कुमार ने बताया कि पर्यटन विभाग की ओर से दस लाख दीप जलाए जाएंगे, जबकि स्थानीय समितियाँ अपने स्तर पर सजावट करेंगी। मिर्जापुर, जौनपुर, गाजीपुर, बलिया, प्रयागराज सहित अन्य जिलों और राज्यों से श्रद्धालु एवं विदेशी पर्यटक भी बड़ी संख्या में पहुँचेंगे।





