लखनऊ, देश की राजनीति में अहम भूमिका निभाने वाले राज्य उत्तर प्रदेश में पिछले दिनो बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के लोकापर्ण के समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कानून व्यवस्था और विकास कार्यो पर जोर देकर संकेत दे दिया था कि 2024 के लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इन्ही दो अहम मुद्दों को लेकर जनता के बीच जायेगी।
दिल्ली की राह उत्तर प्रदेश से ही होकर जाती है। यही वजह है कि सभी प्रमुख राजनीतिक दलों का फोकस भी सर्वाधिक 80 लोकसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश पर ही होता है। चूंकि 2014 से ही प्रदेश की लोकसभा की सर्वाधिक सीटें भाजपा के खाते में हैं, लिहाजा इस स्थिति को बरकरार रखने या इससे आगे निकलना, भाजपा की कोशिश होगी। एक टीम के रूप में भाजपा प्रदेश के विधानसभा चुनावों के बाद से ही इसके लिए पूरी शिद्दत से जुड़ गई है।
इसी साल संपन्न उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के ठीक पहले सितंबर 2021 से दिसंबर 2021 के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कई अवसरों पर अपने संबोधनों में उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था और इसके असर का जिक्र किया। बड़े नेताओं द्वारा इन मुद्दों को स्थापित करने के बाद चुनावी रैलियों के दौरान ये मुद्दे पूरी तरह छाए रहे और चुनाव परिणाम में इसका असर भी दिखा।