नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी को लेकर विपक्ष की आलोचना पर पलटवार करते हुए आज कहा कि विपक्ष नोटबंदी के मुद्दे पर इसलिए भड़का हुआ नहीं है कि सरकार ने इसके क्रियान्वयन के लिए तैयारी नहीं की, बल्कि उसकी नाराजगी इसलिए है, क्योंकि उसे नोटबंदी से पहले तैयारी करने का समय नहीं मिला। मोदी ने संसद भवन एनेक्सी में संविधान दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, इस कदम की केवल कुछ ही लोग आलोचना कर रहे हैं। इसकी आलोचना करने वालों का कहना है कि सरकार ने फैसले को लागू करने के लिए तैयारी नहीं की। लेकिन यह उनकी आलोचना का वास्तविक कारण नहीं है। वे इसलिए दुखी हैं, क्योंकि सरकार ने उन्हें तैयारी करने का पर्याप्त समय नहीं दिया। मोदी ने कहा, यदि उन्हें तैयारी के लिए 72 घंटे भी मिल जाते तो वे इस कदम की सराहना करते।
मोदी ने कहा कि आज पूरा देश भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़ रहा है। आम आदमी इस युद्ध में सैनिक बन गया है। उन्होंने कहा, आम आदमी को लगता है कि पिछले 70 वर्षो में इसी संविधान व कानून का दुरुपयोग देश को भ्रष्टाचार की गर्त में ले जाने के लिए किया गया। उन्होंने कहा, भ्रष्टाचार के मामले में हमारा देश शीर्ष स्थान पर होता है। हम इसमें बदलाव लाना और देश को गौरवान्वित करना चाहते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, यह बहुत बड़ा देश है और एक बड़ा फैसला भी है। मुझे देश के लिए सुनहरे भविष्य की कामना करने वाले लोगों से उम्मीद है कि वे उन लोगों की मदद करेंगे जो मुसीबतों से जूझ रहे हैं, ताकि हम भ्रष्टाचार के खिलाफ इस लड़ाई में विजयी हों। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन भी इस समारोह में मौजूद थीं। इस दौरान संविधान पर दो पुस्तकों मेकिंग ऑफ द इंडियन कॉन्सिटट्यूशन और इंडियन कॉन्सिटट्यूशन का अद्यतन संस्करण जारी किया गया।