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विश्व भारत की तरफ निहार रहा है, मौजूद संभावनाएं ‘गेटवे’ के रुप-पीएम मोदी

ओसाका, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आम चुनाव में अपनी सरकार के दोबारा चुने जाने को सच्चाई की जीत बताते हुए कहा है कि विश्व आज भारत की तरफ निहार रहा है और यहां मौजूद संभावनाओं को ‘गेटवे’ के रुप में देखा जा रहा है।

यहां आयोजित जी 20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने आए श्री मोदी ने गुरुवार को भारतीय समुदाय को संबोधित किया। श्री मोदी के संबोधन के दौरान ‘ मोदी..मोदी’ और ‘ जय श्रीराम ’ के नारे भी गूंजे। जी 20 शिखर सम्मेलन 29 जून तक चलेगा और इस दौरान श्री मोदी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के अलावा विश्व के कई अन्य नेताओं से मुलाकात करेंगे।

सत्रहवीं लोकसभा के मई में संपन्न चुनावों का उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने अपनी सरकार के फिर से चुने जाने को सच्चाई की जीत और मतदाताओं का इस प्रधान सेवक पर विश्वास करार दिया । उन्होंने कहा कि वर्ष 1971 के बाद देश के आम चुनाव में पहली बार सरकार को सत्ता समर्थक जनादेश मिला। देश के मतदाताओं ने भीषण गर्मी के बावजूद मतदान में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया और 61 करोड़ वोटरों ने मतदान किया । चीन को छोड़ दिया जाये तो विश्व के किसी भी देश की आबादी से चुनाव में मतदान करने वाले मतदाताओं की थी।

मोदी ने कहा कि चुनाव की जीत में यहां मौजूद कई लोगों का भी योगदान है। सात माह बाद एक बार फिर मुझे जापान की धरा पर आने का अवसर मिला । पिछली बार जब वह यहां आये थे तब मेरे मित्र श्री आबे पर भरोसा कर यहां उन्हें जिताया गया था । इस बार जब वह यहां आये हैं तो विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत ने इस प्रधान सेवक पर पहले से अधिक प्यार और विश्वास जताया है। उन्होंने कहा कि 130 करोड़ भारतीयों ने पहले से भी मजबूत सरकार इस बार बनाई है। इसे बहुत बड़ी घटना बताते हुए श्री मोदी ने कहा कि 30 वर्षों के बाद देश में लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनी है।यह सच्चाई और लोकतंत्र की जीत है।

मोदी ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने जिन 3 बंदरों के माध्यम से ‘ बुरा मत देखो, बुरा मत सुनो , बुरा मत बोलो, का संदेश दिया उनका संबंध जापान से है। विश्व के साथ भारत के संबंधों की बात जब आती है तो जापान का उसमें एक अहम स्थान है। दोनों देशों के बीच यह संबंध आज के नहीं हैं, बल्कि सदियों के हैं। इन संबंधों के मूल में आत्मीयता और सद्भावना तथा एक दूसरे की संस्कृति और सभ्यता के लिए आदर है।
श्री मोदी ने कहा कि जापान की यात्रओं के दौरान उन्होंने यहां भारत के प्रति प्यार का अहसास किया है और देश की संस्कृति और इतिहास के प्रति गौरव यहां है। प्रधानमंत्री आबे के साथ जापान के कई शहरों की यात्रा का उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने कहा कि पिछले साल उन्होंने यामानाशी स्थित अपने घर में मुझे आमंत्रित किया था । जापान के प्रधानमंत्री आबे भी भारत में मेरे संसदीय क्षेत्र उत्तर प्रदेश के वाराणसी का भ्रमण कर चुके हैं।