मुंबई, अमेरिकी फेड रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल के होने वाले वक्तव्य में अर्थव्यवस्था को लेकर शुभ संकेत मिलने की उम्मीद में वैश्विक बाजार में आई तेजी से उत्साहित निवेशकों की अंतिम समय में हुई चौतरफा लिवाली की बदौलत सेंसेक्स आज पहली बार 63 हजार अंक के उच्चतम शिखर पर पहुंच गया।
बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 417.81 अंक अर्थात 0.67 प्रतिशत की उड़ान भरकर पहली बार 63 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 63099.65 अंक पर रहा। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 140.30 की तेजी लेकर अबतक के रिकॉर्ड 18758.35 अंक पर पहुंच गया।
इसी तरह बीएसई की दग्गज कंपनियों की तरह मझौली और छोटी कंपनियों के प्रति भी निवेशकों की निवेश धारणा मजबूत रही। इसकी बदौलत मिडकैप 1.06 प्रतिशत मजबूत होकर 25,950.89 अंक और स्मॉलकैप 0.61 प्रतिशत की छलांग लगाकर 29,519.61 अंक पर रहा।
बीएसई के सभी 19 समूह तेजी पर रहे। सर्वाधिक मुनाफा यूटिलिटीज समूह के शेयरों ने कमाया। इसी तरह पावर 2.35, कमाेडिटीज 1.62, सीडी 1.25, ऊर्जा 0.76, एफएमसीजी 0.86, वित्तीय सेवाएं 0.57, इंडस्ट्रियल्स 0.84, दूरसंचार 1.44, ऑटो 1.74, कैपिटल गुड्स 0.62, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 0.68, धातु 1.96, तेल एवं गैस 0.83, रियल्टी 1.54 और टेक समूह के शेयर 0.39 प्रतिशत उछल गए।
विश्लेषकों के अनुसार, अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवले की बैंक की दिसंबर की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक से पहले होने वाली बैठक में अर्थव्यवस्था को लेकर शुभ संकेत दिये जाने की उम्मीद में वैश्विक बाजार में तेजी आई, जिसका असर घरेलू शेयर बाजार में देखा जा रहा है। इस दौरान ब्रिटेन का एफटीएसई 0.45, जर्मनी का डैक्स, हांगकांग का हैंगसेंग 2.16 और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.05 प्रतिशत चढ़ गया जबकि जापान के निक्केई में 0.21 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।