लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तीसरे चरण की अपनी समाजवादी विकास रथ यात्रा आज मुरादाबाद से रामपुर शुरू किया। उनके साथ कैबिनेट मंत्री आजम खान भी मौजूद हैं। रामपुर में अखिलेश एक जनसभा को भी संबोधित किया। यहां अखिलेश यादव समाजवादी सरकार के पिछले साढ़े चार साल की उपलब्धियों के बारे में बताएंगे। दूसरी ओर, सूबे में समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव द्वारा राज्य विधानसभा चुनाव के लिए 23 नवंबर को गाजीपुर में पार्टी के प्रचार अभियान का श्रीगणेश करने के बाद बरेली में सात दिसंबर को एक रैली को संबोधित करेंगे। करीब दो महीने तक चले घमासान के बाद अब यादव परिवार में एकजुटता का प्रदर्शन किये जाने के बावजूद मुख्यमंत्री अखिलेश और उनके पिता मुलायम सिंह यादव द्वारा अलग अलग प्रचार अभियान चलाने से ऐसा लगता है कि कुनबे में अभी सब कुछ ठीकठाक नहीं है।
हालांकि अखिलेश यादव की रथयात्रा के बारे में अभी आधिकारिक रुप से कोई एलान नहीं हुआ है लेकिन पार्टी सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री कल रामपुर जायेंगे। इस दौरान वह मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय में विधि संकाय और टैगोर हाल के उद्घाटन समेत कुछ परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे। प्रवक्ता ने बताया कि परियोजना के तहत समस्त विद्युत लाइनों को अण्डरग्राउण्ड किए जाने के साथ-साथ आधुनिक कैनोपी एवं ट्रांसफार्मर्स की व्यवस्था की गई है। क्षेत्र की चिन्ह्ति मलिन बस्तियों का सुधार एवं सौन्दर्यीकरण भी किया गया है। ग्रीन एरिया विकसित किया गया है। स्ट्रीट लाइट और लैंप पोस्ट लगाए गए हैं।
जन-सुविधाओं का निर्माण किया गया है। इससे देश-विदेश के पर्यटक आकर्षित होंगे। उन्होंने कहा कि ललितपुर पारेषण परियोजना के प्रथम चरण के तहत कुल 1020 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित 765 केवी फतेहाबाद उपकेन्द्र, 765 केवी ललितपुर-आगरा पारेषण लाइन तथा दो 400 केवी लाइनों के निर्माण कार्य को मुख्यमंत्री द्वारा लोकार्पित किया जाएगा। यह पारेषण परियोजना 1980 मेगावॉट की ललितपुर तापीय परियोजना से समुचित एवं सुचारू ऊर्जा निकासी सुनिश्चित करेगी तथा यह संपूर्ण प्रदेश में ग्रिड के माध्यम से उपयोग के लिए भी उपलध रहेगी। उन्होंने बताया कि यह परियोजना संपूर्ण ताज ट्रेपीजियम जोन तथा बृज क्षेत्र जैसे-आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, हाथरस एवं निकटवर्ती जिलों के समग्र विकास में सहायक होगी। इससे क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में बिजली की उपलधता सुनिश्चित हो सकेगी। साथ ही, आगरा-मथुरा क्षेत्र में पर्यटन एवं संबद्ध गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।