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 महाराष्ट्र में चार दिन बाद भी तस्वीर साफ नहीं, इस मीटिंग से हो सकता है बड़ा परिवर्तन

मुंबई, चुनाव नतीजों की घोषणा के चार दिन बाद भी महाराष्ट्र में सरकार को लेकर तस्वीर साफ नहीं है.

शिवसेना भारतीय जनता पार्टी  से ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद की मांग कर रही है और बीजेपी इसके लिए राजी नहीं है.

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र में बीजेपी के ‘नेतृत्व’ में सरकार बनेगी.

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का दावा है कि लोकसभा चुनाव से पहले ही बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने

बैठक के दौरान वादा किया था कि हम 50-50 फॉमूले पर काम करेंगे और अब इसे निभाने की बारी है.

विधानसभा चुनाव के नतीजों में 2014 के मुकाबले बीजेपी की कम सीटें आने के बाद से शिवसेना ने अपना रुख कड़ा कर लिया है.

शिवसेना चुनाव नतीजों के बाद से एनसीपी प्रमुख शरद पवार की तारीफ कर रही है. इस चुनाव में शिवसेना की भी सीटें कम हुई है.

बीजेपी ने विधानसभा की कुल 288 सीटों में से 105 पर जीत दर्ज की है.

वहीं शिवसेना 56, एनसीपी 54 और कांग्रेस 44 सीटें जीती, राज्य में 13 सीटों पर निर्दलीय को सफलता मिली.

इस चुनाव में बीजेपी-शिवसेना और कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन कर चुनाव लड़ी.

2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी और शिवसेना अलग-अलग लड़ी थी. तब बीजेपी ने 122 और शिवसेना ने 63 सीटें जीती थी.

सत्ता को लेकर खींचतान के बीच बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह 30 अक्टूबर को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मिल सकते हैं.

शाह मुंबई में विधानसभा पार्टी के नेता का चुनाव करने के लिए बीजेपी के नव-निर्वाचित विधायकों की बैठक में हिस्सा लेंगे.

बीजेपी विधान पार्षद गिरिश व्यास ने बताया, ‘‘बीजेपी के विधायक दल की बैठक 30 अक्टूबर को मुंबई में होगी.

इसमें पार्टी के सभी विधायक, प्रदेश के पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे.

बैठक में हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और महाराष्ट्र बीजेपी प्रभारी सरोज पांडे भी मौजूद रहेंगे.’’

उन्होंने कहा, ‘‘ बैठक के बाद, शाह उद्धव ठाकरे से मिलने के लिए जा सकते हैं.’’

इस बीच बीजेपी और शिवसेना दोनों ने अपना संख्या बल बढ़ाने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं.

रविवार को तीन निर्दलीय विधायकों (गीता जैन, राजेंद्र राउत और रवि राणा) ने बीजेपी को समर्थन देने का एलान किया.

वहीं अचलपुर से विधायक बाच्चु काडु और उनके सहयोगी मेलघाट से विधायक राजकुमार पटेल ने शिवसेना को समर्थन देने की पेशकश की.

दोनों सीटें विदर्भ के अमरावती जिले की हैं. काडु प्रहर जनशक्ति पार्टी के प्रमुख हैं.