नयी दिल्ली, अंतरराष्ट्रीय बाजार में आज सुबह 21 साल के निचले स्तर तक लुढ़कने के बाद कच्चे तेल की कीमतों में सुधार देखा गया और ब्रेंट क्रूड एक बार फिर 20 डॉलर प्रति बैरल पर पहुँच गया।
लंदन का ब्रेंट क्रूड का वायदा आज सुबह बीच कारोबार में 15.98 डॉलर बैरल तक उतर गया था जो 1999 के बाद का निचला स्तर है। हालाँकि बाद में यह वापसी करता हुआ छह फीसदी चढ़कर यह 20.49 डॉलर प्रति बैरल पर पहुँच गया। इस प्रकार इसमें आज भारी उतार-चढ़ाव देखा गया। जून का अमेरिकी क्रूड वायदा 14.95 प्रतिशत की तेजी के साथ 13.30 डॉलर प्रति बैरल बोला गया। सुबह इसमें भी भारी गिरावट रही थी।
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि दुनिया के लगभग सभी देशों में लॉकडाउन या अन्य प्रकार के कड़े प्रतिबंधों के कारण माँग में भारी गिरावट आई है। कंपनियाँ उत्पादन पूरी तरह बंद नहीं कर सकतीं। इसलिए कच्चे तेल का भंडार बढ़ता जा रहा है। अब भंडारण की भी जगह नहीं है। इससे कच्चे तेल की कीमतों में ऐतिहासिक गिरावट देखी जा रही है।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को अमेरिकी क्रूड के मई वायदा का भाव ऋणात्मक चला गया था। यह अब तक के इतिहास में पहली बार हुआ है कि कच्चे तेल की कीमत ऋणात्मक यानी शून्य से भी कम हुई हो।