नयी दिल्ली, कांग्रेस ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से 54 घंटे तक पूछताछ करता है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अडानी समूह को श्रीलंका में पवन ऊर्जा का ठेका दिलाने के लिए जब वहां के राष्ट्रपति पर दबाव डालते हैं तो ईडी इस मामले में कोई संज्ञान नहीं लेता है।
कांग्रेस प्रवक्ता गौरव बल्लव ने गुरुवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि श्री मोदी ने अदानी समूह को श्रीलंका में ठेका दिलाने के लिए वहां के राष्ट्रपति पर दबाव डाला है और यह बात श्रीलंका की संसद के समक्ष वहां के बिजली बोर्ड के अध्यक्ष ने रखा है। बोर्ड के अध्यक्ष ने बताया कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीलंका में विंड पावर प्रोजेक्ट का ठेका अडानी ग्रुप को देने के लिए वहां के राष्ट्रपति महिंद्रा राजपक्षे पर दबाव डाला था।
उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने श्रीलंका में ही अडानी समूह को लाभ नहीं दिलाया बल्कि देश में 2014 में जैसे ही श्री मोदी ने सत्ता संभाली उनकी सरकार ने स्टेट बैंक के साथ समझौता कर अडानी को एक अरब डालर यानी सात हजार आठ सौ 25 करोड़ रुपए का वित्तीय सहायता देने का काम किया। जब इसका देश में विरोध हुआ तो मामले को दबा दिया।
उन्होंने कहा कि ईडी इस मामले में चुप रहता है। कर्नाटक में ईश्वरप्पा पर 45 प्रतिशत रिश्वत लेने का ठेकेदार आरोप लगाते हैं तो ईडी चुप्पी साध लेता है। मध्य प्रदेश, गोवा, असम में कई घोटाले होते हैं लेकिन उन पर ईडी कुछ नहीं बोलता है।