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दिल्ली सरकार के कामों पर उपदेश देने वाले उपराज्यपाल अपने कामों में विफल : आप

नयी दिल्ली, आम आदमी पार्टी ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना को अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में विफल करार देते हुए कहा कि दिल्ली में खतरनाक किस्म की वारदातें हो रही हैं और यहाँ की क़ानून व्यवस्था की हालात बद से बदतर होती जा रही हैं ।

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने आज कहा कि बीते कुछ दिनों से यह देखा जा रहा है, कि दिल्ली में बड़ी ही खतरनाक किस्म की वारदातें हो रही हैं और दिल्ली की क़ानून व्यवस्था बद से बदतर होती जा रही हैं । उन्होंने कहा कि दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था पिछले कुछ महीनो से लगभग चौपट सी हो गई है। एनसीआरबी के आँकड़े देखें तो इस समय पूरे देश में दिल्ली में अपराध दर सबसे उच्च स्तर पर है । उन्होंने कहा कि एनसीआरबी के आँकड़ों के मुताबिक आज दिल्ली में एक लाख की आबादी पर लगभग 1832 वारदातें हो रही हैं, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह औसत लगभग 258 वारदातें प्रति एक लाख हैं । उन्होंने कहा कि दिल्ली में आपराधिक मामलों की औसत देश की वारदातों की तुलना में सात गुना अधिक है ।उन्होंने कहा कि लगभग 1189 आपराधिक मामले प्रतिदिन दिल्ली में पंजीकृत हो रहे हैं ।

श्री भारद्वाज ने कहा कि कल एक वीडियो सामने आया जिसमें यह देखा गया, कि जाफराबाद इलाके में एक हत्या केस के गवाह की पांच व्यक्तियों ने दिनदहाड़े लोगों के सामने चाकुओं से मारकर निर्मम हत्या कर दी गई । इसी प्रकार दिल्ली के आरके पुरम जैसे वीआईपी इलाके में एक ऑटो रिक्शा चालक ने किराए को लेकर हुई कहा सुनी के मामले में सीमा सुरक्षा बल के एक जवान को धारदार हथियार से गला रेत कर मार डाला । इसी प्रकार तिलक नगर इलाके में एक कार शोरूम के मालिक से पाँच करोड रुपए रंगदारी मांगी जाती है और डराने के लिए शोरूम के बाहर गोलीबारी की गई । उन्होंने बताया कि आज ही की खबर है कि एक व्यक्ति की हत्या करके शव को नहर में फेंक दिया गया ।

उन्होंने कहा कि दिल्ली में बढ़ते आपराधिक मामले उपराज्यपाल की प्रत्यक्ष रूप से असफलता का प्रमाण है । उन्होंने कहा कि दिल्ली के उपराज्यपाल के पास केवल दो ही काम है पहला दिल्ली पुलिस और दूसरा डीडीए । उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल ने दिल्ली की पुलिस व्यवस्था को चौपट कर दिया है । आप नेता ने कहा कि उपराज्यपाल एक स्कूल के प्रिंसिपल की भांति दिल्ली सरकार के मंत्रियों को चिट्ठियां लिख लिख कर उनके कामकाज पर उपदेश देते हैं। अफ़सरों के माध्यम से सरकार के काम में रुकावटें डाल कर केवल और केवल दिल्ली सरकार के कामों को बाधित करने का कार्य कर रहे हैं, परंतु जो उनके अपने कार्य हैं, दिल्ली की कानून व्यवस्था को सुव्यवस्थित करना और डीडीए विभाग को सुचारू रूप से चलाना, वह अपने खुद के कर्तव्यों में विफल साबित हो रहे हैं ।