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मौत की रात बच्चों के लिए मददगार बने, डॉ कफील खान हटाए गए

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

गोरखपुर, सीएम योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा के दौरे के फौरन बाद, गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बच्चों की मौत के मामले में मददगार बनके उभरे डॉ कफील खान हटा दिये गए हैं. डॉ कफील खान इंसेफ्लाइटिस वॉर्ड के प्रभारी थे.

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सूत्रों के अनुसार,  डॉ. कफील खान को प्राइवेट प्रैक्टिस करने के आरोप मे हटाया गया है. उनकी जगह डॉ भूपेंद्र शर्मा को नया प्रभारी बनाया गया है. जबकि उस रात जब गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से बच्चे तड़प-तड़प कर मर रहे थे,  डॉ कफील खान सबसे बड़े मददगार बनकर सामने आए थे. उनके प्रयासों से कई बच्चों की जान भी बची थी.

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 रात करीब दो बजे उन्हें अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी की सूचना मिलते ही डॉ कफील खान आनन-फानन में अपने मित्र डॉक्टर के पास पहुंचे और ऑक्सीजन के तीन सिलेंडर अपनी निजी गाड़ी में लेकर तीन बजे सीधे बीआरडी कालेज पहुंचे.

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रात भर किसी तरह से काम चल पाया, लेकिन सुबह सात बजे ऑक्सीजन खत्म होते ही एक बार फिर स्थिति गंभीर हो गई. डॉक्टर  खान ने शहर के गैस सप्लायरों से फोन पर बात की और अधिकारियों को भी फोन लगाया लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया.

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उन्होने एक बार फिर अपने डॉक्टर मित्रों से करीब एक दर्जन ऑक्सीजन सिलेंडर का जुगाड़ किया. इस बीच उन्होंने शहर के करीब 6 ऑक्सीजन सप्लायर को फोन लगाया. सभी ने कैश पेमेंट की बात कही. इसके बाद कफील अहमद ने बिना देरी किए अपने कर्मचारी को खुद का एटीएम दिया और पैसे निकालकर ऑक्सीजन सिलेंडर लाने को कहा.

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सूत्रों के अनुसार, उस रात केवल एक शख्स मरते हुये बच्चों के लिये, उनके परिजनों के लिये अगर परेशान रहा तो वह डॉ कफील खान ही थे. डॉ. कफील के मदद की बच्चों के परिजनों से लेकर सोशल मीडिया पर भी खूब प्रशंसा हुयी.

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