अखिलेश यादव के नाम तैयार हुई 266 पन्नों की रिपोर्ट,जानिए क्या है मामला
August 2, 2018
लखनऊ, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के सरकारी बंगले की जिस जांच पर सबकी नजरें टिकी थीं, उसकी जांच कर निर्माण विभाग ने राज्य सम्पत्ति विभाग को उसकी रिपोर्ट सौंप दी है। राज्य सम्पत्ति विभाग ने इस रिपोर्ट को सीएम दफ्तर भेज दिया है। राज्य सम्पत्ति विभाग पूर्व सीएम को रिकवरी नोटिस देने की तैयारी कर रहा है।
266 पेज की इस रिपोर्ट में पूर्व सीएम के तौर पर अखिलेश यादव को मिले सरकारी बंगले 4- विक्रमादित्य मार्ग में हुई तोड़फोड़ का आंकलन किया गया है। निर्माण विभाग के इंजीनियर्स की जांच टीम ने बंगले में टूट-फूट पाई है।लोक निर्माण विभाग के सूत्रों का मानना है कि करीब दस लाख की टूट-फूट बंगले में हुई है।
पूर्व सीएम के बंगले में 266 पेज की रिपोर्ट में छत से लेकर किचन, बाथरूम और लॉन में तोड़-फोड़ की बात कही गई है। कई जगह फॉल्स सीलिंग तोड़कर बिजली का सामान निकाला गया। बाथरूम की फिटिंग, टाइल्स, एसी के स्विच बोर्ड, किचन से सिंक और टोंटी, बाथरूम की टोटियां और लॉन में लगी बेंच तक उखाड़ ली गईं।
इसके अलावा बंगले में बना जिम, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, बैडमिंटन कोर्ट और साइकल ट्रैक तोड़ दिया गया। पीडब्ल्यूडी के इंजिनियरों ने रिपोर्ट के साथ राज्य सम्पत्ति विभाग को एक सीडी भी दी है। इसमें बंगले की स्थिति की विडियोग्राफी है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सभी पूर्व सीएम के सरकारी बंगले खाली करवाए गए थे।
अखिलेश यादव ने आठ जून को अपने बंगले की चाबी राज्य सम्पत्ति विभाग को सौंपी थी। इसके बाद सरकार द्वारा आंकलन करवाने पर तोड़फोड़ की बात समाने आई थी। राज्य सम्पत्ति अधिकारी योगेश कुमार शुक्ल ने कहा, ‘जांच रिपोर्ट हमें आज ही मिली है। इसे व्यापक तौर पर देखने के बाद ही हम कुछ कह सकते हैं कि कहां क्या नुकसान हुआ है। हम इसका सार तैयार कर रहे हैं।’