नयी दिल्ली , रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख लाल मंडाविया ने आज कहा कि सरकार के सस्ते दर पर गुणवत्तपूर्ण दवाएं उपलब्ध कराने की नीति के कारण लोगों को इलाज कराने में 15,000 करोड़ रुपये बचे हैं ।
मंडाविया ने यहां एक बयान में कहा कि राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण एनपीपीए के अनुमान के अनुसार दवाओं के सस्ते दर पर उपलब्ध होने से यह बचत हुयी है । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सभी लोगों के स्वास्थ्य सुरक्षा की सोच के कारण मंत्रालय ने आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं की अधिकतम कीमत निर्धारित करने से बीमार होने वाले लोगों को राहत मिली है। सरकार के इस कदम से लोगों के 5,000 करोड़ रुपये बचे हैं ।
उन्होंने कहा कि फरवरी 2017 में स्टेंट की कीमत निर्धारित किये जाने से हृदय रोग से पीडि़त लोगों के करीब 8,000 करोड़ रुपये बचे हैं । इसी प्रकार से घुटना प्रत्यारोपण के दौरान लगाये जाने वाले मेडिकल सामग्री की कीमत निर्धारित करने से डेढ़ लाख के घुटना प्रत्यारोपित कराने वाले लोगों के करीब दो हजार करोड़ रुपये की बचत हुयी है ।